Book Title: Silakkhandhavagga Abhinava Tika Part 2
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri
View full book text ________________
[ओ - क]
सद्दानुक्कमणिका
ओरिमतीरं- ३७७ ओरोधा-२२३ ओवट्टिकायाति-११९ ओवादधम्म-२०८ ओवादानुसासनिन्ति -३४ ओळारिकाति-३३५
एकसालको - ३२५ एकागारिको - ३२, ३१२, ३१४ एकालोपिको -- ३१२ एकाहिको-३१३ एकीभावन्ति-२१३ एकप्पादनिरोधभावोव-३४० एकंसायाति-२९२ एकंसिकाति-३४४ एत्तकउक्कंसकोटिका- २५९ एलगळा-२४९ एलन्ति-२४९ एहिभद्दन्तिको -३१२ एहीति-३७७ एळमूगो-२५८ एळागळेनाति-२४९
ओ
ओकप्पनीयाति-१४ ओकारो-२४२ ओकासोति-२४८ ओकासं-३८२ ओक्काकराजाति-२२२ ओघन्ति-३११ ओघो-१२ ओजवन्तियाति-१७० ओदनकञ्जियं-३१३ ओनन्धन्तीति-३७९ ओनीतपत्तपाणीति-२४१ ओपपातिकोति-२९३ ओपरज्जं-६ ओपवय्हन्ति-१९ ओपानभूतन्ति-६३ ओपानभूतो- २६९ ओमत्ताति-७८ ओरब्मिका-३७
कायाति-२३८ कलावितरणाणं-१७६ कच्छन्ति-३७७ कञ्चनासनेति-११ कटच्छु-८९ कण्टकवुत्तिकाति-३७ कण्टकेति-३७ कण्णसक्खलियन्ति -२९१ कण्हपक्खन्ति-३१ कण्हाति-२१५, २२४ कण्हायनोति-२१९ कतसुत्तगुळेति-३९ कतसुधाकम्म- २३८ कतावकासाति-२६ कतिपाहच्चयेनाति-३२५, ३८२ कत्तब्बधम्मो-२६५ कत्तिकपुण्णमायन्ति - १७६ कथननिमित्तं -३४३ कथाफासुकत्थन्ति-३७१ कथासल्लापन्ति - २१४,३२१ कथिततोवाति -३३७ कथेतुकम्यतापुच्छा – ३५७ कन्तारो-११२ कन्दित्वा-३१३ कपिलब्राह्मणो - २२३ कपिलमुनिनो-२२४ कप्पका-३०
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org
Loading... Page Navigation 1 ... 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450 451 452 453 454 455 456