Book Title: Silakkhandhavagga Abhinava Tika Part 2
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri

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Page 426
________________ [ज-ठ] सद्दानुक्कमणिका जुतीति-६३ जेगुच्छं-३१७ छन्दोका-३७६ छन्नपरिब्बाजकोति-३२४ छम्भितत्तन्ति-११३ छविमंसलोहितानुगतन्ति-११८ छातकेति-७४ छायन्ति-२३९ छायारूपकमत्तन्ति-२३९ छेकोति-११८,३३० छेज्जभेज्जन्ति-१८३ . झानखोति-२६८ झानङ्गतो-३३३ झानपञ्ज-२५९ झानमयअक्खो-२६८ झानसजाति--३३६ झानसमापत्तिया- २८९ झानसुखं-३३४, ३८० झानानि-२८५,३४७ झानाभिज्ञा-२९१ झानाभिज्ञामग्गफलधम्मतोति-३६१ झायन्तीति-१८९ झायीति-८४ श जवचारन्ति-३७४ जङ्घविहारवसेनाति-१७७ जनपदिनोति-१७२ जनपदोति-१७२, २४५ जनितो-२२८ जम्बुदीपतले-३८४ जम्बुदीपे-१७८ जयधजन्ति-२९ जलन्ति-१४३ जातकन्ति-१९३ जातरूपेनेवाति-१४ जातसंवड्डोति-३८०,३८१ जातिमरणसंसारो-२५ जातियाति-२७ जातिवादो-२२५ जातिसिद्धन्ति-१८५ जायम्पतिकाति-६५ जिगुच्छतीति-३१७ जिनोति- १२, ३८ जीरापेतुन्ति-२९९ जीवको-१८, १९, २१ जीवा-३५ जीवितन्ति-१६३ जीवितिन्द्रिये-१६५ आणजालं-१७८ आणदस्सनं-१२३, १२४, ३४५ आणन्ति-१३४,२४३ जाणसंवरो-३१० जातपरिञावसेन-३४२ ञातयो-६६ जातिकुलदस्सनं-१५७ जातिब्यसनं-३८० जातिवसेनाति-१५६ आपनन्ति -३५२ ठातुन्ति-३८२ ठानकरणसम्पत्तिया-२४८ ठानन्तरं -६,२६७ 15 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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