Book Title: Shwetambar Jain Tirth Darshan Part 01
Author(s): Jinendrasuri
Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala

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Page 529
________________ ४७०) श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन : भाग-१ मूलनायक श्री चंद्रप्रभु स्वामी यह तीर्थ उदयपुर जिले में है और बहुत प्राचीन है । श्रीचन्दाप्रभु भगवान IIIMMEDIATRITIL देरासरजी के दरवाजा की नक्कासी ३. अल्वर मूलनायक श्री वासुपूज्य स्वामी अल्वर जैन देरासरजी मूलनायक श्री वासुपूज्य स्वामीजी वि. सं. २०११ में शिखरबंध देरासर हुआ यह प्राचीन नगरी है। महाभारत के समय में इसे विराटनगरी कही जाती थी । जयपुर से ८० कि.मी. के अंतर पर है। RA

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