Book Title: Shrutsagar Ank 2000 01 010 Author(s): Manoj Jain, Balaji Ganorkar Publisher: Shree Mahavir Jain Aradhana Kendra Koba View full book textPage 3
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ४. जैन आवश्यक क्रियाओं का वैज्ञानिक अभिगम तैयार करना. ५. अहिंसा, पर्यावरण और जैन धर्म के संदर्भ में तथ्यों को उजागर करना. ६. चतुर्विध संघ के अवसर पड़ने पर सुश्रुषा (भक्ति) हेतु आवश्यक infra structure बनाना. जिसके अन्तर्गत Blood Bank, Drug Bank और साधर्मिकों हेतु मेडीकल सेवाएं उपलब्ध हो सकें. ७. महाजन परंपरा के अनुरुप लोगों में सद्भाव बढे तदर्थ मेडीकल केम्प आदि का समय-समय पर आयोजन करना. ८. व्यक्तिगत संपर्क और साहित्य की मदद से वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी जैन धर्म का प्रचार-प्रसार करना. ९. साधु-साध्वी श्रावक श्राविकाओं के लिये खास रोगों हेतु रिसर्च एवं उपाय करने. १०.जैनों में धर्म के प्रति भावना वृद्धिगत हो उसमें जैन डॉक्टरों का योगदान व सामायिक, योग, ध्यान, प्रार्थना व प्रभुभक्ति आदि अभ्यन्तर उपायों की प्रेरणा देना इत्यादि. इस कार्यक्रम में जैन धर्म के जानेमाने विद्वान गुरु भगवन्तों, जैन समाज तथा डॉक्टरो आलम के • ख्यातनाम विद्वान आगेवानों एवं तत्त्वचिन्तकों द्वारा जैन धर्म और मेडीकल सायन्स के विषय में भिन्न-भिन्न दृष्टिकोणों से चर्चा की गई.. ___* प.पू. गुरुदेव आचार्य श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी म.सा. अपने शिष्य-प्रशिष्यवृन्द के साथ गोवा की ओर सुखशाता पूर्वक विहार कर रहें हैं. आगामी १८ फरवरी २००० के दिन मडगांव, गोवा में अंजनशलाका, प्रतिष्ठा महोत्सव सम्पन्न कराकर ८ मार्च को विहार कर रत्नागिरि, पूना आदि होते हुए चातुर्मास हेतु मोतीशा जैन श्वे. मू. संघ, भायखला, मुम्बई में दि. ९-७-२००० के शुभ दिन प्रवेश करेंगे. ___* अहमदाबाद के वाचकों को आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञानमन्दिर, कोबा में उपलब्ध पुस्तकों के विषय में online सूचनायें पालडी स्थित पुस्तकालय में भी प्राप्त हो रही है. सभी पूज्य श्रमण-श्रमणियों एवं ज्ञानेच्छुकों का यहाँ पर स्वागत है. श्रुतसरिता (पुस्तक विक्रय केन्द्र) के उद्घाटन प्रसंग पर लिए गए अविस्मरणीय क्षणों की दुर्लभ झलकियाँ For Private and Personal Use OnlyPage Navigation
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