Book Title: Shrutsagar 2019 10 Volume 06 Issue 05
Author(s): Hiren K Doshi
Publisher: Acharya Kailassagarsuri Gyanmandir Koba

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Page 21
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir SHRUTSAGAR October-2019 राजगृही नयरी मांहि इसा विवहारीया, जोवउ रे अम्ह पुण्य प्रमाण।।२२।सालि०... मनि वइरागिइं सालिभद्र पुर्यउ, दिनि दिनि छाडइ एक ज नारि। मनि लूखइ ते रहवा लागउ, जाण्यउ मनि संसार असार ॥२३।।सालि०... एक दिवसि धन्ना अंतेउर, नाहण करावइ प्रियनउ सार। तिणि अवसरि दु:ख हियडइ साल्यउ, नयणथी नीर पड्यउ तिणि वार ॥२४॥सालि०... ?? नी?? उन्हउ जाणी, धनउ बोलइ मधुरी वाणि। किण कारणि तइं आंसू नांख्यउ, तूं तउ सुंदरि सुगण सुजाणि ॥२५।।सालि०... इच्छिउं सारइं सालिभद्र भाई, दिनि दिनि छाडइ एक जा नारि । बत्रीसइ दिहाडइ ग्रिहवास छंडी, ते तउ लेसइ संजम भार ॥२६।।सालि०... सुण हे कामण हसकरी बोलइ, ते तउ कायर अछइ अपार। एक सांमठी कांइ न छोडइ, अजी न मुंकइ लालची लार ॥२७||सालि०... सुणि हो प्रीतम कामणि बोलइ, जे संजम लेता सोहिलउ होइ। थे तउ हो सामि एक न छोडइ, इम बोलई नारी वचन ज सोइ ॥२८॥सालि०... रहि रे नारी हाथ मलाए, ससा पुरस उठ्यउ एहवउ जाणि। सालिभद्र जाई बोलावइ हुं धनउ तउं आगे वाणि ॥२९।।सालि०... विरता सालिभद्र धन उछेवे, बिहुँ छोड्या अरथ भंडार। अंतेउर परहरी जु आथि, धनउ सालिभद्र वे साथि ॥३०॥ सालि०... कनक माल विलगी इक रोवइ, इक विष भरि इक कर मोडइ। इक अबला इधकी आलोवइ, इक उपरि कंकण फोडइ ॥३१॥सालि०... इम विलपंति अंतेउर मेल्ही, चाल्या बे वे गुण भंडार। सुखसागरनइं तरिवा काजइं, जाण्यउ मुनि संसार अपार ॥३२॥सालि.... धनउ सालिभद्र चारित पाली, त्यां हत उपाड्यउ अमर विमाण। नरनारि जे नित नित ध्यावइ, ते पामइं वंछित कल्याण ॥३३॥ सालि०... एकइ छोडी आठ जे नारी, बीजइ रे बत्रीसइ नारि। जे विपुलगिरइं जाई संजम लीयउ, भणइ ज धनि ते नर नारि ॥३४||सालि०... इति गीतं समाप्तं ॥छ॥ श्री॥ * * * For Private and Personal Use Only

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