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अठार हवाँ परिच्छेद
।। श्री सिद्धचक्राराधन
|
जाप पद.
| नवपद अंक
खमा.प्रद. | स्वस्तिक संख्या.
काउसाग
inlik
गुणणु संख्या जाप प्रमाण.
१ | ओं ह्रीं नमो अरिहंताणं
१२
१२ लोगस्स २००० २०
नवका० २०००
२ |ओं ह्रीं नमो सिद्धाणं ।।।
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पल
३
ओं ह्रीं नमो आयरियाणं| ३६
३६ .
२०००
४ ओं ह्रीं नमो उवज्झायाणं
२०००
| ५ |ओं ह्रीं नमो लोएसव्वसाहूणं
२०००
| ६ | ओं ह्रीं नमो दंसणस्स |
२०००
| ७ | ओं ह्रीं नमो नाणस्स
Gm
२०००
| ८ | ओं ह्रीं नमो चारित्तस्स
७०
२०००
| ९ | ओं ह्रीं नमो तवस्स
२०००
बे टंक प्रतिक्रमण, नव चैत्यवंदन, त्रिकाल पूजन, गुरुवन्दन,
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