Book Title: Shatkhandagama Pustak 07
Author(s): Pushpadant, Bhutbali, Hiralal Jain, Fulchandra Jain Shastri, Devkinandan, A N Upadhye
Publisher: Jain Sahityoddharak Fund Karyalay Amravati
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(१६)
परिशिष्ट सूत्र संख्या सूत्र पृष्ठ सूत्र संख्या सूत्र
पृष्ठ १४५ असण्णीणमंतरं केवचिरं
मंतरं केवचिरं कालादो होदि ? २३६ __ कालादो होदि ?
२३५ १४९ जहण्णेण एगसमयं । १४६ जहण्णेण खुद्दाभवग्गहणं । , १५० उक्कस्सेण तिण्णिसमयं । १४७ उक्कस्सेण सागरोवमसदपुधत्तं । ,, , १५१ अणाहारा कम्मइयकायजोगि१४८ आहाराणुवादेण आहाराण
भंगो।
णाणाजीवेहि भंगविचयाणुगमसुत्ताणि ।
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सूत्र संख्या सूत्र
पृष्ठ सूत्र संख्या
सूत्र
पृष्ठ १ णाणाजीवेहि भंगविचयाणुगमेण ८ बेइंदिय-तेइंदिय-चउरिदियगदियाणुवादेण णिरयगदीए.
पंचिदिय पज्जत्ता अपज्जत्ता णेरइया णियमा अत्थि। २३७ णियमा अस्थि ।
२३९ २ एवं सत्तसु पुढवीसु णेरइया। ,
९ कायाणुवादेण पुढविकाइया ३तिरिक्खगदीए तिरिक्खा पंचिं.
आउकाइया तेउकाइया वाउदियतिरिक्खापंचिंदियतिरिक्ख
काइया वणप्फदिकाइया णिगोदपज्जत्ता पंचिंदियतिरिक्ख
जीवा बादरा सुहुमा पज्जत्ता जोणिणी पंचिंदियतिरिक्खअप
अपज्जत्ता बादरवणप्फदिकाइय
पत्तेयसरीरा पज्जत्ता अपज्जत्ता ज्जत्ता मणुस्सगदीए मणुसा मणुसपज्जत्ता मणुसिणीओ
तसकाइया तसकाइयपज्जत्ता णियमा अस्थि ।
२३८
अपज्जत्ता णियमा अस्थि ।
१० जोगाणुवादेण पंचमणजोगी ४ मणुसअपज्जत्ता सिया अस्थि सिया णस्थि ।
पंचवचिजोगी कायजोगी ओरा
लियकायजोगी ओरालियमिस्स५ देवगदीए देवा णियमा अत्थि। .,
कायजोगी वेउब्वियकायजोगी ६ एवं भवणवासियप्पहुडि जाव
कम्मइयकायजोगी णियमा सब्वट्ठसिद्धिविमाणवासियदेवेसु। ,, अत्थि ।
२४० ७ इंदियाणुवादेण एइंदिया बादरा ११ वेउब्धियमिस्सकायजोगी आहारसुहुमा पज्जत्ता अपज्जत्ता
कायजोगी आहारमिस्सकायणियमा अत्थि।
२३९ । जोगी सिया अस्थि सिया णस्थि। "
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