Book Title: Shatkhandagama Pustak 07
Author(s): Pushpadant, Bhutbali, Hiralal Jain, Fulchandra Jain Shastri, Devkinandan, A N Upadhye
Publisher: Jain Sahityoddharak Fund Karyalay Amravati

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Page 662
________________ फोसणाणुगमसुत्ताणि (१३) सूत्र संख्या सूत्र पृष्ठ सूत्र संख्या सूत्र पृष्ठ १८५ उववादं सिया अस्थि सिया २०६ उववादेहि केवडियं खेत्तं णस्थि । - ४३६ फोसिदं ? १८६ लद्धिं पडुच्च अत्थि, णिवत्ति २०७ लोगस्स असंखेज्जदिभागो। ४४२ पडुच्च णस्थि । , २०८ पंच चोहसभागा वा देसूणा। , १८७ जदि लद्धिं पडुच्च अस्थि २०९ सुक्कलेस्सिया सत्थाण-उव केवडियं खेत्तं फोसिदं ? ४३७ वादेहि केवडियं खेत्तं फोसिदं? ,, १८८ लोगस्स असंखेज्जदिभागो। ,, २१० लोगस्स असंखेज्जदिभागो। " १८९ सव्वलोगो वा। २११ छचोहसभागा वा देसूणा। " १९० अचक्खुदंसणी असंजदभंगो। , २१२ समुग्घादेहि केवडियं खेत्तं १९१ भोहिदसणी ओहिणाणिभंगो। ५३८ फोसिदं ? ४४३ . १९२ केवलदसणी केवलणाणिभंगो। , २१३ लोगस्स असंखेन्जदिभागो। , १९३ लेस्साणुवादेण किण्हलेस्सिय- २१४ छचोहसभागा वा देसूणा। , णीललेस्सिय-काउलेस्सियाणं २१५ असंखेज्जा वा भागा। असंजदभंगो। २१६ सयलोगो वा। १९४ तेउलेस्सियाणं सत्थाणेहि केव. २१७ भवियाणुवादेण भवसिद्धिय डियं खेत्तं फोसिदं? अभवसिद्धिय सत्थाण-समु१९५ लोगस्स असंखेज्जदिभागो। , ग्घाद-उववादेहि केवडियं खेत्तं १९६ अट्टचोद्दसभागा वा देसूणा। ४३२ फोसिदं ? १९७ समुग्घादेहि केवडियं खेत्तं २१८ सव्वलोगो। | २१९ सम्मत्ताणुवादेण सम्मादिट्ठी १९८ लोगस्स असंखेज्जदिभागो। , सत्थाणेहि केवडियं खेत्तं १९९ अटु-णवचोहसभागावा देसूणा। , फोसिदं ? २०० उववादेहि केवडियं खेत्तं २२० लोगस्स असंखेन्जदिभागो। , फोसिदं? ४५० : २२१ अट्टचोद्दसभागा वा देसूणा। ४४६ २०१ लोगस्स असंखेज्जदिभागो। ,, २२२ समुग्धादेहि केवडियं खत्तं २०२ दिवडचोद्दसभागा वा देसूणा। , फोसिदं ? २०३ पम्मलेस्सिया सत्थाण-समु. | २२३ लोगस्स असंखेन्जदिभागो। ,, ___ग्घादेहि केवडियं खेत्तं फोसिद ? ४४१ | २२४ अट्ठचोहसभागा वा देसूणा! , २०४ लोगस्स असंखेज्जदिभागो। , २२५ असंखेज्जा वा भागा वा। ४४७ २०५ अटु चोइसभागा वा देसूणा। , । २२६ सव्वलोगो वा। फोसिदं? Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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