Book Title: Shatkhandagama Pustak 07
Author(s): Pushpadant, Bhutbali, Hiralal Jain, Fulchandra Jain Shastri, Devkinandan, A N Upadhye
Publisher: Jain Sahityoddharak Fund Karyalay Amravati

View full book text
Previous | Next

Page 686
________________ पारिभाषिक शब्दसूची शब्द पृष्ठ शब्द पृष्ठ ३७२ भय ३४, ३५, ३६ राजु ४, ७, ३०, २४२ ९६ ४३६ भब्य भव्यसिद्धिक भाग भाजित भावबन्धक भावसंयम भाषापर्याप्ति २४७ लक्षण लब्धि लोकपूरण लोभकषायी ७१ २४७ ३०० मतिअज्ञानी मतिज्ञान मनःपर्ययज्ञानी मनोयोग महाकर्मप्रकृतिप्राभृत मानकषायी मायाकषायी मारणान्तिकसमुद्घात मार्गणा मिथ्यात्व मिथ्यात्वादिप्रत्यय मिथ्यादृष्टि मिश्र मिश्रनोकर्मद्रव्यबन्धक मुक्तमारणान्तिक मोक्षकारण मोक्षप्रत्यय वचनयोग वनस्पतिकायिक वायुकायिक विकल्प विभंगज्ञानी विरलित विशेषमनुष्य विशेषविशेषमनुष्य विहारवत्स्वस्थान वेद वेदकसम्यक्त्व घेदकसम्यग्दृष्टि वेदनासमुद्घात वैक्रियिकसमुद्घात व्यंजनपर्याय व्यतिरेक व्यवहार व्यवहारनय २९९ ९ १७८ ३०७,३१२ य १५७ २९ शतपृथक्त्व यथाख्यातविहारशुद्धिसंयत शब्दनय योग ६, ८, १७, ७५ | शरीरपर्याप्ति Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 684 685 686 687 688