Book Title: Shatkhandagama Pustak 07
Author(s): Pushpadant, Bhutbali, Hiralal Jain, Fulchandra Jain Shastri, Devkinandan, A N Upadhye
Publisher: Jain Sahityoddharak Fund Karyalay Amravati
View full book text ________________
(२०)
परिशिष्ट
२७५
२७६
सूत्र संख्या सूत्र पृष्ठ सूत्र संख्या सूत्र
पृष्ठ वाउकाइय-बादरवणप्फदिकाइय- ७८ लोगस्स संखेज्जदिभागो। २७४ पत्तेयसरीरा तस्सेव अपज्जत्ता ७९ वणप्फदिकाइय-णिगोदजीवा सुहुमपुढविकाइय-सुहुमआउ
बादरासुहमा पज्जत्ता अपजत्ता काइय--सुहुमतेउकाइय-सुहुम
दव्वपमाणेण केवडिया? वाउकाइय तस्सेव पज्जत्ता अप- ८० अणंता।
ज्जत्ता दुव्वपमाणेण केवडिया? २७०८१ अणंताणताहि ओसप्पिणि६६ असंखज्जा लोगा।
उस्सप्पिणीहि ण अवहिरति ६७ बादरपुढविकाइय--बादरआउ
. कालेण। .काइय-बादरवणष्फदिकाइय
८२ खेत्तेण अणंताणता लोगा। पत्तयसरीरपज्जत्ता दव्वपमा- ८३ तसकाइयत्तसकाइयपजत्त-अपणेण केवडिया?
जत्ता पंचिंदिय-पंचिंदियपजत्त६८ असंखेज्जा।
अपज्जत्ताणं भंगो। ६९ असंखेज्जासंखेज्जाहि ओस- | ८४ जोगाणुवादेण पंचमणजोगी प्पिणि-उस्सप्पिणीहि भवहिरंति
तिण्णिवचिजोगी दव्वपमाणेण कालेण ।
२७२ केवडिया? ७० खेत्तेण बादरपुढविकाइय-बादर- ८५ देवाणं संखेज्जदिभागो। २७७ आउकाइय-बादरवणप्फदिकाइय
८६ वचिजोगि-असश्चमोसवचिजोगी पत्तयसरीरपज्जत्तएहि पदरम
दव्वपमाणेण केवडिया? बहिरदि अगुंलस्स असंखेजदिभागवग्गपडिभाएण।
"
८७ असंखेज्जा। ७१ बादरतेउपज्जत्ता. व्वपमाणेण८८ असंखेज्जासंखेज्जाहि ओसकेवडिया?
प्पिणि-उस्सप्पिणीहि अवहिरंति ७२ असंखेज्जा।
कालेण । ७३ असंखज्जावलियवग्गो आव
८९ खेत्तेण वचिजोगि-असञ्चमोसलियघणस्स अंतो।।
वचिजोगीहि पदरमवहिरदि
अंगुलस्स संखेज्जदिभागवग्ग७४ बादरवाउपज्जत्ता दवपमाणेण
पडिभाएण।
२७८ केवडिया? ७५ भसंखेज्जा।
९० कायजोगि-ओरालियकायजोगि७६ असंखेज्जासंखेन्जाहि ओस
ओरालियमिस्सकायजोगि-कम्म. प्पिणि-उत्सप्पिणीहि भवहिरंति
इयकायजोगी दबपमाणेण केवकालेण ।
२७४ डिया? ७७ खेत्तेण असंखेन्जाणि पदराणि। , । ९१ अणंता।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org
Loading... Page Navigation 1 ... 647 648 649 650 651 652 653 654 655 656 657 658 659 660 661 662 663 664 665 666 667 668 669 670 671 672 673 674 675 676 677 678 679 680 681 682 683 684 685 686 687 688