Book Title: Shaddarshan Samucchaya Part 02 Author(s): Sanyamkirtivijay Publisher: Sanmarg Prakashak View full book textPage 2
________________ षड्दर्शन समुच्चय, भाग - २ (१ - ६०१ ) षड्दर्शन समुच्चय (भावानुवाद - हिन्दी व्याख्या) भाग-२ -: ग्रंथकार : समर्थ शास्त्रकार शिरोमणी पू. आ. भ. श्री हरिभद्रसूरीश्वरजी महाराजा : टीकाकार : तार्किकरत्न पू.आ.भ. श्री गुणरत्नसूरीश्वरजी महाराजा दिव्यकृपा तपागच्छाधिराज स्व.पू.आ.भ. श्री. वि. रामचन्द्रसूरीश्वरजी महाराजा सुविशाल गच्छाधिपति स्व.पू. आ.भ. श्री. वि. महोदयसूरीश्वरजी महाराजा गच्छनायक स्व.पू.आ.भ.श्री. वि. हेमभूषणसूरीश्वरजी महाराजा : मार्गदर्शन : प्रवचन प्रभावक पू.आ.भ. श्री. वि. कीर्तियशसूरीश्वरजी महाराजा : संपादक एवं भावानुवादकार : तपागच्छाधिराज के प्रशिष्यरत्न पू. पंन्यास प्रवर श्री दिव्यकीर्तिविजयजी गणिवर्यश्री के शिष्यरत्न पू. पंन्यास प्रवर श्री पुण्यकीर्तिविजयजी गणिवर्यश्री के शिष्य पू.मु. श्री संयमकीर्ति वि.म.सा. Jain Education International : प्रकाशक : सन्मार्ग प्रकाशन अहमदाबाद : प्रचारक : चौखम्बा पब्लीकेशन न्यू दिल्ली For Personal & Private Use Only www.jalnelibrary.orgPage Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 ... 756