Book Title: Shaddarshan Samucchaya Part 01
Author(s): Sanyamkirtivijay
Publisher: Sanmarg Prakashak
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षड्दर्शन समुच्चय भाग-१, परिशिष्ट - ७, दार्शनिक-पारिभाषिक शब्द-सूची
कालवादी
| गौ
कालात्ययापदिष्ट
काश्यप
काष्ठ
काष्ठासङ्घ किरणावली
किसलय
कुट
कुटीचर
कुड्य
कुमार
कुमारिल
कुमुद
कुम्भकार
कुशिक
कूटस्थ
कृतक
कृत्ति
कृत्स्नकर्मक्षयं
कृमि
क्रिया
क्रियाकल्पना
क्रियावादी
कृषि
कृषीबल
कृष्ण
केतकतरु
केवलदर्शन
केवलान्वय
केवलान्वयि
केवलव्यतिरेक
केवलज्ञानदर्शन
केवलज्ञानावरण
केवलिनर
केवलिप्रणीत
केशोण्डुकज्ञान
कोटाकोटी
क्रोकुल
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क्रोधादिपरिणतत्व
क्रोधादिविजयी
कौपीनवसना
[ख]
खट्वा
खद्योत
खपुष्प खरविषाण
खारी
[ खा ]
ग्रह
गार्ग्य
ग्राहक
गुण
[ग]
गति
गन्ध
गन्धहस्ति
गमन
गलनक
गले पादिका न्याय
गवय
गवल
गुणकल्पना
गुणत्व
गुणरत्नसूरि
गुप्ति
गुरु
गुड
गुरुत्व
गृह
गृहत्यागी
गौड़पाद
गौतम
गो
गोधूम
गोप्यसंघ
गोयम
[ घ ]
घटमौलिसुवर्णार्थी
घट
घ्राण
घातिकर्म
घातिचतुष्टय
प्रेय
घोषातकी
[ च ]
चक्र
चक्रवर्ती
चक्षु
चतुरातुर
चतुर्भूतात्मक
चतुर्वर्ग
चन्दन
चन्द्र
चन्द्रमण्डल
चन्द्रमा
चमर
चमरी
चम्पक
चम्पकस्थ
चरक
चर्या
चारित्र
चार्वाक
चार्वाकीय
चीवर
चेल
चैतन्य
| चैतन्य
चोलपट्ट
छद्मस्थ
छल
छाया
छेद्य
[ छ ]
[ ज ]
जगदीश्वर
जङ्गम
जटिन
जटी
जतु
जनक
जम्बूद्वीप
जयन्त
जल
जलबुद्बुद
जल्प
जाति
चार्वाकैकदेशीय
चिकित्सित
चिकीर्षा
चिदात्मन्
चिन्ता
गोस्वामिनामकदिव्यपुरुष चिन्तामयी गोष्ठामाहिल
चित्रा
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जालक
जिगमिषा
जिन
जिनशासन
जिनेन्द्र
जिह्वामूल
जिज्ञासा
जीव
जीवन्मुक्ति
जीवन्मृत
ज्येष्ठ
जैन
जैनदर्शन
जैमिनि
जैमिनी
जैमिनीय
झष
झल्लरि
डित्थ
[झ ]
[ ड ]
[ त ]
तटाक
तत्कार्यविरुद्ध
तत्कारणविरुद्ध
तत्पूर्वकपूर्वक तत्पूर्वकव्यापार
तत्त्व
तत्त्वकौमुदी
तत्त्वसंग्रह तत्त्वार्थप्रमाणवार्तिक
तत्त्वार्थभाष्य
तत्वार्थसूत्र
तद्व्यापकविरुद्ध
तदुत्पति
तन्त्र
५६७
तप
तपस्वि
तम
तमाल
तर्क
तर्कभाषा
तर्करहस्यदीपिका
ताथागत
तादात्म्य
ताप
तापस
तारादेवी
तारासमूह
तालु
तिक्त
तीर्थकर
तीर्थकरत्व
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