Book Title: Samyag Gyan Charitra 01 Author(s): Yashpal Jain Publisher: Kundkund Kahan Digambar Jain Trust View full book textPage 3
________________ श्राचार्य नेमीचन्द्र सिद्धान्तचक्रवर्ती विरचित गोम्मटसार जीवकाण्ड की प्राचार्यकल्प पण्डितप्रवर टोडरमलजीकृत भाषा टीका सम्यग्ज्ञानचन्द्रिका ( प्रथम खण्ड ) गोम्मटसार जीवकाण्ड एवं उसकी भाषा टीका सम्पादक : ब्र० यशपाल जैन, एम. ए. प्रकाशक साहित्य प्रकाशन एवं प्रचार विभाग श्री कुन्दकुन्द कहान दिगम्बर जैन तीर्थ सुरक्षा ट्रस्ट ए-४, बापूनगर, जयपुर - ३०२०१५ प्रथम संस्करण : २२०० [ ७ मई, १६८९ अक्षय तृतीया ] मूल्य : चालीस रुपये मात्र मुद्रक : श्री वालचन्द्र यन्त्रालय 'मानवाश्रम', जयपुरPage Navigation
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