Book Title: Samveg Rangshala
Author(s): Jayanandvijay
Publisher: Guru Ramchandra Prakashan Samiti Bhinmal

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Page 2
________________ ।। णमो वद्धमाणस्स ।। ।। णमो राइंदसूरिस्स ।। आचार्य देव श्री जिनचंद्रसूरिश्वरजी रचित एवं श्री पद्मसूरीश्वरजी अनुवादित सवेगरंगशाला : दिव्याशीष : आ.श्री विद्याचंद्रसूरीश्वरजी म.सा. मुनिराज श्री रामचंद्रविजयजी म.सा. : संपादक : मुनिराज श्री जयानंदविजयजी : प्राप्ति स्थान : शा देवीचंद छगनलालजी श्री आदिनाथ राजेन्द्र सदर बाजार, भीनमाल __ जैन पेढी ३४३०२९ साँy, ३४३०२६ फोन : (02969) 220387 फोन : 254221 श्री विमलनाथ जैन पेढ़ी बाकरा, राज. ३४३ ०२५ शा नागालालजी वजाजी खींवसरा महाविदेह भीनमाल धाम शांतिविला अपार्टमेन्ट, तीन बत्ती, तलेटी हस्तगिरि लिंक रोड, काजी का मैदान, गोपीपुरा, सूरत पालीताणा - ३६४ २७० फोन : 2422650 फोन : (02848) 243018 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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