Book Title: Sambodhi 1988 Vol 15
Author(s): Ramesh S Betai, Yajneshwar S Shastri
Publisher: L D Indology Ahmedabad

Previous | Next

Page 196
________________ १५ 5 मध्यवर्ती त. को सर्वत्र त श्रुति मानकर उसका लोप किया जाना चाहिए । 6 मध्यवर्ती त और थ का कभी ( और ध मिले तो उसे प्राचीनता का लक्षण माना जाना चाहिए । कमी कमी ) का त मिले तो वह भी प्राचीन और उसके लोप के पहले की प्रवृत्ति मानी जानी चाहिए । 7 कभी कभी पालि की तरह क मिले तो उसे ड में बदलने का नियम नहीं होना चाहिए (देखिए आ. श्री हेमचन्द्र द्वारा दिया गया उद्धरण, सूत्र 'कलभ' न 8. 1, 7 की वृत्ति में और पिशल (304,379) द्वारा दिये गये उदाहरण, लेलु, लेलुसि । 8 प्रार भिक नकार को प्राथमिकता देनी चाहिए और अव्यय न को नहीं रखा जाना चाहिए (जैसी की शुबिंग महोदय की पद्धति रही है )। .... 9 मध्यवर्ती न मिले तो उसका सर्वत्र ण बनाना जरूरी नहीं समझा जाना चाहिए । - 10 संयुक्त व्यंजनों में समीकरण के बदले स्वरभक्ति का पाठ मिले तो उसे प्राथमिकता दी जानी चाहिए । जैसे, द्रव्य = दविय, नित्यः नितिय, तथ्य =तथिय अग्नि = अगणि, उष्ण = उसिण । 11 हु और मा को सजातीय व्यंजनों के साथ सयुक्त रूप में यथावत् रखा जाना चाहिए, उन्हे अनुस्वार में सर्वत्र बदलने की पद्धति पर भार नहीं दिया जाना चाहिए । ____12 सयुक्त न मिले तो उसे त्याज्य नहीं माना जाना चाहिए । ..13 संयुक्त व्यंजन ज्ञ, न्न और न्य का शुब्रिग महोदय की तरह न्न किया जाना चाहिए। 14 अर्हत् के अरहा अरहन्त; आत्मन् का अत्ता या आता; क्षेत्रज्ञ का खेत्तन्न ये सब " प्राचीन रूप है अतः ऐसे रूपों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। ... 15 पुरस् का पुरे की तरह अधस् का अधे रूप मिले तो उसे रखा जाना चाहिए। - 16 अकारान्त पुलिंग प्रथमा एकवचन की-ए विभक्ति यदि मिले तो बदले में-ओ नहीं की जानी चाहिए । 17 नपुसकलिंगी शब्दों में प्रथमा एवं द्वितीया के बहुवचन में यदि-णि विभक्ति मिले तो रखी जानी चाहिए। 18 त, ए. व. को विभक्ति के लिए यदि-सा प्रत्यय मिले तो रखा जाना चाहिए (कायसा, पन्नसा)। ___19 तृ. व. व. की विमक्ति-भि मिले तो-हि में नहीं बदली जानी चाहिए (थी भि) 20 अकारान्त शब्दों में चतुर्थी ए. व. के लिए प्रयुक्त-आए विभक्ति को बदलना नहीं बदलना चाहिए। 21 संस्कृत के नामिक-सार्वनामिक रूपों में पंचमी में जहाँ अकारान्त शब्द में अन्त में --अः आता है उसके बदले में प्राकृत में यदि-ए मिले तो उसे बदला नहीं जाना चाहिए ।

Loading...

Page Navigation
1 ... 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222