Book Title: Samavayangasuttam
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: B L Institute of Indology

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Page 396
________________ 344 Samavāyāngasūtra एतेसिणं चउवीसाए तित्थकराणं पुव्वभविया चउवीसं नामधेजा भविस्संति 101तंजहा102सेणिय सुपास उदए, 103पोट्टिल 104अणगारे 105तह दढाऊ य। 106कत्तिय संखे य तहा, 107णंद 108सुणंदे सतए य बोधव्वा॥१५२॥ The names of these twenty-four Seers, in their previous birth, will be, namely: Śreņika, Supārśva, Udaka, Prosthila Anagāra, Drdhāyu, Kārttika, Saikha, Nanda, Sunanda and Sataka.152. 109देवई चेव सच्चति तह 110वासुदेवे बलदेवे। रोहिणि सुलसा चेव 111य तत्तो खलु रेवती चेव॥१५३॥ Devakī, Sātyaki, Vāsudeva, Baladeva, Rohiņā, Sulasā and Revatī. 153. तत्तो हवति 112मिगाली बोधव्वे खलु तहा 113भयाली य। दीवायाणे य कण्हे तत्तो खलु नारए चेव॥१५४॥ Then is Mrgālī, also to be known Bhayālī, Dvīpāyana and Kršņa then also Narada. 154. 114अंमडे दारुमडे य सातीबुद्धे 15य होति बोधव्वे। . 101.तुलना-प्रवचनसारोद्धारे गा० २९३-२९५, ४५७-४७०॥ *सुरदेवे हे २। सूरदेवे ला १ मु०॥ 102. सेणिए खं० हे १ ला २॥ 103. पोट्ठिले जे०। पोट्ठिले खं०। पोट्टिले हे १ ला २ ॥ 104. अण्गार जे० मु० २॥ 105. तहा दढाऊ य हे २॥ तहाऊ य खं० हे १ ला २ ॥ 106. कत्तिए खं० हे १ ला २ ॥ 107. प्रवचनसारोद्धारे (गा० ४६१) 'आणंद' इति नामोल्लेखो दृश्यते॥ 108. सुनंदे सए य बोधव्या हे २ । सुनंदे सए त बोधव्वा जे०। सुनंदे य सतए य ॥७७॥ बोधव्वा मु०। सुनंदे य सतए य सत्था॥धव्वा ला १॥ 109. देवई च्चेव सच्चति तह हे २ । देविइ सच्चइ तह जे०। दोवइ च्चेवा सच्चति तहा ला १॥ 110. वासुदेव जे० ला १ मु०॥ 111. य नास्ति जे० ला १ हे २ मु०॥ 112. मिमाली जे०। सयाली मु०॥ 113. रुपाली हे १॥ 114. अंबडे दारुपडे या हे २ ला १। तत्तो दारूपडिया जे०॥ 115. त होती जे०। ज होती खं० हे १ ला २॥ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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