Book Title: Sachitra Tirthankar Charitra Author(s): Amarmuni, Shreechand Surana Publisher: Padma Prakashan View full book textPage 4
________________ । सचित्र आगम प्रकाशन माला : चतुर्थ पुष्प । आगम रत्नाकर आचार्यसम्राट् पूज्य श्री आत्माराम जी म. के दीक्षा शताब्दी वर्ष तथा उत्तर भारतीय प्रवर्तक गुरुदेव भण्डारी श्री पद्मचन्द्र जी म. के दीक्षा स्वर्ण जयन्ती वर्ष के अवसर पर प्रकाशित सिंह सचित्र तीर्थंकर चरित्र वृषभ ईस्वी सव मात्र 5530 लक्ष्मी चित्रकार प्रकाशक : पदम प्रकाशन पदम धाम नरेला मण्डी, दिल्ली-११००४० : दिवाकर प्रकाशन ए-७, अवागढ़ हाउस, एम. जी. रोड आगरा-२८२ ००२ फोन : (०५६२) २८५११६५ प्रथमावृत्त : वीर संवत् २५२१ वि. सं. २०५२, ज्येष्ठ ईस्वी सन् १९९५, जून मूल्य : सामान्य संस्करण : दो सौ रुपये मात्र US$20 पुस्तकालय संस्करण : तीन सौ रुपये मात्र US $ 30 (रेग्जीन बाइंडिंग : सरदार पुरुषोत्तम सिंह एवं सरदार हरविंदरसिंह मुद्रण सज्जा : राजेश सुराना द्वारा दिवाकर प्रकाशन के लिए निर्मल चित्रण, आगरा एवं ग्राफिक आर्ट प्रेस, मथुरा में मुद्रित आवरण पृष्ठ परिचय : मुख्य भाग पर : चौबीस तीर्थंकरों के चिह्न क्रमशः अंकित हैं। पृष्ठ भाग पर : पंच-कल्याणक के दृश्य हैं। च्यवन (१४ स्वप्न दर्शन), जन्म, दीक्षा, केवलज्ञान, एवं निर्वाण कल्याणक। रंगीन बॉर्डर का परिचय : तीर्थंकर चरित्र के प्रत्येक पृष्ठ पर रंगीन सुन्दर बॉर्डर में ऊपर तथा नीचे १२-१२ चित्रों में चौबीस तीर्थंकरों के चिह्न/लांछन हैं तथा दोनों किनारों की बॉर्डर पट्टी पर ७-७ चित्रों में क्रमश: १४ स्वप्न अंकित हैं। पुष्पमाला चन्द्र विमल अनन्त धर्म शान्ति अर Jain Education International 2010 03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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