Book Title: Sachitra Tirthankar Charitra
Author(s): Amarmuni, Shreechand Surana
Publisher: Padma Prakashan

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Page 14
________________ गज वृषभ M10 पाठशाला में वर्द्धमान द्वारा ब्राह्मण वेशधारी इन्द्र के प्रश्नों का समाधान In school Vardhman replies to questions by Indra disguised as a Brahman scholar M11 वर्द्धमान महावीर का परिवार परिचय Family of Vardhman Mahavir M12 (१) नव लोकान्तिक देवों द्वारा दीक्षा संकल्प का अभिनन्दन (1) Felicitation of the resolution of renunciation by nine gods (२) वर्षीदान (2) The year long great charity M13 राजसी वस्त्राभूषण उतारकर केश लोच तथा सिद्धों को नमस्कार सहित कठोर दीक्षा संकल्प Plucking of hair after shedding regal dress and ornaments, and the tough resolution after salutations to Siddhas M14 सोम शर्मा ब्राह्मण को वस्त्रदान Presenting the only piece of cloth to Brahman Som Sharma M15 (9) ग्वाले द्वारा रस्सी से भगवान को उपसर्ग, इन्द्रदेव द्वारा बचाव (1) Indra interfering in the infliction by the cowherd (२) इन्द्र के सेवा प्रस्ताव का श्रमण महावीर द्वारा अस्वीकार (2) Shraman Mahavir rejecting Indra's offer to provide protection M16 शूलपाणि यक्ष द्वारा भयावने उपसर्ग Fearsome afflictions by Shulpani M17 चंडकौशिक नाग का उपसर्ग Affliction by serpent Chandkaushik M18 (१) अग्नि लपटों के बीच अकम्प श्रमण महावीर (1) Shraman Mahavir unmoved by flames (२) कालहस्ती द्वारा उत्पीड़न (2) Torture by Kalahasti M19 श्रमण महावीर को आदिवासियों द्वारा विविध उपसर्ग Ill-treatment of Shraman Mahavir by rustic aborigines 'M 20 शीतल तेजोलेश्या द्वारा गौशालक की रक्षा Saving Gaushalak using his pacifying power M21 (१) कटपूतना द्वारा उपसर्ग (1) The afflictions by Katputana (२) परिव्राजिका विजया व प्रगल्भा द्वारा श्रमण महावीर को कारागार से मुक्त कराना (2) The release of Shraman Mahavir from the prison by mendicants Vijaya and Pragalbha M 22 संगम देव द्वारा एक ही रात्रि में २० भीषण उपसर्ग Inhuman tortures by god Sangam M23 (१) चमरेन्द्र द्वारा भगवान महावीर की शरण लेकर शक्रेन्द्र को चुनौती (1) The story of Chamarendra challanging Shakrendra (२) अन्त में महावीर की चरण-शरण (2) Later taking refuge near Mahavir to save himself M24 भगवान महावीर का कठोर अभिग्रह और चन्दना द्वारा भगवान महावीर का पारणा The impossible resolution of Bhagavan Mahavir; and Chandana giving alms to Bhagavan Mahavir for breaking his fast M 25 अंतिम उपसर्ग : कानों में कीलें तथा उनका उपचार The last affliction : Nails in the ears and the treatment लक्ष्मी पुष्पमाला चन्द्र ( १२ ) विमल अनन्त शान्ति अर Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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