Book Title: Rushibhaashit Sootraaani
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 32
________________ ऋषि भाषित प्रत सूत्रांक [8] गाथा ||||| दीप अनुक्रम [२३४२३५] प्रत्येकबुद्धभाषितानि ऋषिभाषितसूत्राणि अध्ययन- [२३], .....मूलं [१] / गाथा [१] .......... मुनि दीपरत्नसागरेण पुनः संकलित (पूर्वकाले आगमरूपेण दर्शितः) ऋषिभाषित-सूत्राणि" -मूलं [२३] ‘रामपुत्तिय' अध्ययनं सिद्धि | दुवे मरणा अस्लिं लोण एवमाहिज्जंति, तंजा-सुहमतं चैव दुहमतं चैव, राम पुत्तं ण अरहता इसिणा इतै- पत्थ वित्त विष्णत्ति बेमि. इमee खलु ममाइस्स असमाहयलेसस्ल गडपलिघाइयस्स गंडबंधणपलियम्स गंडबंधणपडिघात करेस्सामि, अलं पुरेमएण, तम्हा गडबंधणपडिघात करता णाण सणचरित्ताइ पडिसेबिस्सामि, णाणेण जाणिय दसणेणं पासित्ता संजमेण संजमिय तवेण अड्डधिहकम्मरयमलं विझुणित विसोहिय अणादीयं अणवतां दीहमद चाउरंतसंसारकंतारं वीतिवत्तित्ता सिवमय मख्यमक्खयमव्वाबाहमपुणरावतयं सिद्विगतिणामधिज्जं ठाणं संपत्ते अगातगद्ध सासत कालं चिह्निस्सामिति ॥ एवं से सिध्दे• ॥ २३ ॥ रामपुत्तियमायण' ।। २३ ॥ ~32~

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