Book Title: Rayansar
Author(s): Kundkundacharya, Syadvatvati Mata
Publisher: Bharat Varshiya Anekant Vidwat Parishad

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Page 4
________________ गाथा Gm ... FRau wanna विषय-सूची विषय मंगलायरण सम्यग्दृष्टि कौन ? मिथ्यादृष्टि कौन ? मोक्ष का मूल सम्यग्दृष्टि कैसा होता है सम्यग्दृष्टि को दुःख कहाँ ? ४४ दोष रहित सम्यग्दृष्टि ? ७७ गणों सहित साम्यम्दारि भावतः मुक्ति सुख के पात्र कौन ? सम्यग्दर्शन के बिना दीर्घ संसार श्रावक व मुनि धर्म में मुख्य क्या ? बहिरात्मा की परिणति पतंगे के समान पूजा-दान-धर्म करने वाले सम्यग्दृष्टि मोक्षमार्गी हैं पूजा व दान का फल जिन मुद्रा में विचार कैसा ? सुपात्र दान से परम्परा मुक्ति प्राप्ति उत्तम पात्र में दिया दान उत्तम फल प्रदाता सप्त क्षेत्रों में दिये गये दान का फल सांसारिक सुख की सुपात्र दान के बिना नहीं सुपात्र दान से चक्रवर्ती का वैभव सकल सुखों की प्राप्ति सुपात्र दान का फल आहार-दान के बाद बचे शेषान्न का महत्त्व आहार दान में विवेक आहार दान के लिए देय वस्तु में विवेक मुनियों की वैयावृत्य कैसे करें ? दाता के भाव की अपेक्षा दान के फल में भिन्नता लोभी को पात्र-अपात्र का विचार नहीं - R0233 M

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