Book Title: Pujapankaj Bhaskar
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir चपरिचिन्तयेत् इत्यभिधानात् ततोधूपपात्रस्थिताङ्गारेगुग्गुल्वगुरुवृतकप्तशर्क भा: राःप्रक्षिप्यफडितिमन्त्रेणजलेनसम्प्रोक्ष्य नमइतितंत्रपुष्पम्प्रक्षिप्यधूपपात्रव्वाँमा 17 तर्जन्यासंस्टशन्मूलेनएषधूपःअमुकदेवतायैसमर्पयामिनमइतिधूपमुत्सृजेत् त तस्तर्जन्यङ्गुष्ठयोगेनधूपमुद्राम्प्रदर्शयेत् ततोजयध्वनिमन्त्रेणमातःस्वाहेतिघण्टा मभ्यर्च्यवामहस्तेनवादयन् दक्षिणहस्तेनधूपपात्रमुत्थाप्यनाभितोनासापर्य्यन्त मन्त्रिरुत्तोल्यधूपयेत् ततःफडितिदीपम्सम्प्रोक्ष्यनमइतितत्रपुष्पम्प्रक्षिप्यदीपपात्र 118 ब्वॉममध्यमयास्टशन मूलमिमन्दीपममुकदेवतायैसमर्पयामि नमइत्युत्सृज्यद / 菜长丰丰米米米米米米米米米熙来来来来来来来来来来 体:米米米米米米米米米米米牛牛宋体-半水半本书未朱法 For Private and Personal Use Only

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