Book Title: Pujapankaj Bhaskar
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Page 316
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir अशुद्धं / पत्र | पृष्ट पंक्तिः . अशुद्धं शुद्ध पत्रं कम्बलोत्तरंवि .. कम्बलोत्तरवि. .. 5 वर्णव्वायु .. .. वर्णव्वायु .. .. 99 वेदिकायांविन्यस्य.. वैदिकायाविन्यस्य. पुरुषंग्विचिन्त्य .. पुरुषबिचिन्त्य .. स्वदशिणे .. .. स्वदक्षिणे .. .. 98 1 नसा .. .. नासा.. .. परात्पर .. .. परापर.. .. .. विचिन्त्य .. विचिन्त्य .. .. ऊोर्ध्व .. .. ऊोई.. .. .. 9825 वहिमयीं .. .. वर्णमयीं .. ..1012 रक्षांविधाय.. रक्षा विधाय मूलाधरो .. .. मूलाधारो .. .. विस.. .. .. विश.. .. ..99 1 4 वय्वग्नि .. .. वाय्वग्नि .. निभांविद्यु.. .. निभाब्बियु .. बिन्दून् .. .. विन्दून्एवंसर्वत्रान्त हताख्य हताख्यानि .. स्थवकारोज्ञेयः .. 105 *संयोज्य .. .. सय्याँज्य एवंसर्वत्र | वकारादि .. .. बकारादि .. ..105 | परसवर्णसहितोज्ञेयः 991 | 7 ध्यानन् .. .. ध्यानम् .. ..106 बिन्दु .. .. .. विन्दु .. .. .. | 99 2 4 सुधाय .. .. सुधाढ्य .. .. 106 2 .a" صر صر صر م م صر صر صر صر 339300-03 ." م ص م م م ع تم ه م م م صرم For Private and Personal Use Only

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