Book Title: Pujapankaj Bhaskar
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Page 307
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir पू०पं० // 1 // अशुद्धं पृष्ठं पंक्तिः अशुद्धं | यज्ञोत्तरकार्यम् .. यज्ञोत्तरघाँकार्यम. | 3 मूर्खाणांय्युक्त. .. मुर्खाणाय्र्युक्त. विविधस्मृतेः.... द्विविधस्मृतेरितिदाक्षि परीमाणान्न .. .. परीमाणन्न .. .. णात्याः .. | 111 5 मानय्यत् .. .. मानय्यत् .. यज्ञानन्तरंव्वा . .. यज्ञानन्तरब्बा. ..11 2 लिङ्गय्यथाक्र. .. लिङ्गय्यथाक्र. अन्तचेष्टे .. .. अन्तेचेष्ट .. .. .. 12 16 6 इछते.. .. .. इच्छते.. .. पूज्योन्तेच .. .. पूज्योह्यन्तेच.. .. 6 आकाशेचा .. .. आकाशेच .. ब्राह्मण .. .. 1 ततद्देवता .. .. तत्तदेवता .. वितस्तिप्रमिता. .. वितस्तिपर्यन्तप्रमिता. दारवेणानु .. .. दारवेणतु | सप्ताङ्गुलि .. __.. सप्ताङ्गुल .. .. पद्मपात्राभ्याम् .. पद्मपत्राभ्याम्. पूजाविरुद्धा.... पूजाविरुद्धा.. .. 1 पुण्डरिका .... पुण्डरीका .. योगिनाबाह्य. .. योगिनाम्बाह्य . . .. | 7 यथालभम् .. .. यथालाभम् .. यस्मत्तस्मात् .. .. यस्मात्तस्मात् .. .. 16 2 4 पद्य .. .. .. पाय.. .. هو صر صر صر صر م م م م ه م من و و و و و و و ویم و گل م صم م. م مردم For Private and Personal Use Only

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