Book Title: Pratigyasutra
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobathong www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir *************************** सप्तदशा निष्टुत्यामिष्टोमिकेप्रथमेहनिपुरोरुचाग्नेय्यप्रायेद्वेऐंवा यवस्यास्याजरासोवत्सप्रीहरयोधूमकेतवोविरूपोयजमानोवेमैत्रा वरुणस्ययजमानोगोतमोद्वेविरूयेशुक्रस्यकुत्सोयमिहमंथिनोवैश्व / देवग्रहग्रहणेचीणिशताविश्वामित्रऐंद्राग्नस्याग्निर्वृवाणिभरद्वाजो वै / श्वदेवस्य विश्वेभिःसोम्यंमेधातिथिरायन्मरुत्वतीययोर्दै आयत्परा शरःशात्योऽग्नेश त्रिदुहिताविश्ववारात्वाठहिअरद्वाजस्त्वे अग्ने / / बृहत्यावादित्यस्यत्वेअग्नेवसिष्ठःश्रुधिप्रस्कण्वआदित्यग्रहग्रहणे KOREAKHAMREKACHEMERGICICKXMORRHOICKNOME* For Private and Personal Use Only

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