Book Title: Pratigyasutra
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir वतम् // देवीद्यावापृथिव्यंदेव्योवम्योवल्मीकवपेयत्यग्नेवराहविहत मू.अ. मिंदस्यौजआदाराःतुमखस्याश्वस्यर्जवेयमायदेवस्त्वाचिरसिघ / / मदेवत्यानियोधर्मसआदित्योयएषतपत्यनाधृष्टापुरस्तात्सप्तपार्थि वानियजमानाशीमधुप्राणदेवत्यानि गोंदेवानामवकाशामामाहि ठसीरित्येतदंताधर्मदेवत्याधर्तादिवऊर्बबृहत्यपश्यंगोपांत्रिष्टुअंदी र्घतमाहृदेत्यापरोष्णिक्त्वष्टेमन्तःपल्याशीरहःकेतुनायजुषीधर्मदेव / 7. त्ये॥६॥आददेदित्यैरज्जः॥इडएहिगौर्यस्तेत्रिष्टुअंदीर्घतमाइन्द्राश्वि / For Private and Personal Use Only

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