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कलिकालसर्वज्ञ श्रीहेमचन्द्राचार्यविरचिता
स्वोपज्ञवृत्ति-सहिता
प्रमाण मीमांसा
[ पण्डितसुखलालनिर्मितभाषाटिप्पणादिसहिता ]
सम्पादक
पण्डित सुखलालजी संघवी प्रधानाध्यापक, जैनशास्त्रपीठ-हिन्दू विश्वविद्यालय, बनारस भूतपूर्व-दर्शनशास्त्राध्यापक-गुजरात पुरातत्त्वमन्दिर-अहमदाबाद
तथा
पण्डित महेन्द्रकुमार न्यायशास्त्री न्यायतीर्थ, जैनदर्शनाध्यापक-स्याद्वादविद्यालय
बनारस
पण्डित दलसुख मालवणिया न्यायतीर्थ
जैनागमाध्यापक, हिन्दू विश्वविद्यालय
बनारस
प्रकाशन कर्ता संचालक-सिंघी जैन ग्रन्थमाला
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अह म दा या द-क ल क सा
प्रथमावृत्ति, एकसहस्र प्रति ।
विक्रमाब्द १९९५
[१९३९ क्रिष्टाब्द
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