Book Title: Prakrit evam Jainvidya Shodh Sandarbha
Author(s): Kapurchand Jain
Publisher: Kailashchandra Jain Smruti Nyas

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Page 192
________________ 184 Bibliography of Prakrit and Jaina Research 999. साध्वी, ज्ञानलता जैन महाप्राज्ञ प्रवर्तक पन्नालाल जी महाराज : व्यक्तित्व एवं कृतित्व राजस्थान, ........, अप्रकाशित नि०- डा० शीतल चन्द जैन, जयपुर 1000. साध्वी, मोक्षगुणा जी अचलगच्छीप आचार्य जयशेखर सूरिश्वर का जीवन मुम्बई, ... अप्रकाशित 1001. साध्वी, सरोजजी जैन कवि बनारसीदास : व्यक्तित्व एवं कृतित्व मुम्बई, 1991, अप्रकाशित नि- डा० विनोद गोदिरे 1002. साध्वी, श्री सुदर्शना जी आनन्दघन का रहस्यवाद रीवां, 1984, प्रकाशित नि०- डा० सागरमल जैन, वाराणसी त्रिस्तुतिक श्वेताम्बर जैन संघ की प्रबुद्ध साध्वी प्रका०- पा० शो०, वाराणसी प्रथम : 1984/50.00/354 अ०- (1) रहस्यवाद : एक परिचय, (2) आनन्दघन : व्यक्तित्व एवं कृतित्व, (3) आनन्दघन की विवेचन पद्धति, (4) आनन्दघन के रहस्यवाद का दार्शनिक आधार, (5) आनन्दघन का साधनात्मक रहस्यवाद, (6) आनन्दघन का भावनात्मक रहस्यवाद। 1003. साध्वी, स्मितप्रज्ञाश्री युगप्रधान आचार्य श्री जिनदत्त सूरी का जैन धर्म एवं साहित्य में योगदान गुजरात, 2000, अप्रकाशित नि०- डा० रमणीक भाई शाह 1004. सिंह, भूपिन्दर आनन्दघन : व्यक्तित्व एवं कृतित्व (गुरुवाणी व्याख्या की परम्परा के विशिष्ट सन्दर्भ में) पंजाब, 1976, अप्रकाशित नि०- डा. गोविन्दनाथ, राजगुरु Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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