Book Title: Prakrit Vyakaranam
Author(s): Charanvijay
Publisher: Atmanand Jain Sabha

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Page 106
________________ प्राकृते गल गलत्थ गा गिज्झ गुज गुञ्जोल गुण्ठ गुम गुम्म गुम्मड गुळल गुलगुच्छ गुलुगुञ्छ गृह गेह घस सं उत् ९४ संस्कृते घट् क्षिप् गै गृध् हस् लस् उद् धूल भ्रम् मुह "" 16 कृ उत् क्षिप् उद् नम् ग्रह " क्षिप् प्राकृत सूत्राङ्कः ४|११३ ४। १४३ ४६ ४।२१७ ४।१९६ ४/२०२ ४/२९ ४१६१ ४/२०७ " " ४।७३ ४। १४४ ४१३६ ४।३९४ ४/२०९ ४। १४३

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