Book Title: Prakrit Vyakaranam
Author(s): Charanvijay
Publisher: Atmanand Jain Sabha

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Page 105
________________ प्राकृते खउर खड्ड खम्म खा खा खिज खिर खुट्ट खुड ཟླ སྠཽ ཨོྃ ཨཻ ཡྻུཾ, ཡྻུཾ ཨཱཿ ཝཱ गण्ठ ९३ संस्कृते क्षुभ् मृद् खज सं स्त्यै खाद् खिद् क्षर तुड् " रम् गम् गम् घट् ग्रन्थ् गम् गवेष् प्राकृतसूत्राङ्कः ४।१५४ ४।१२६ ४।२४४ ४।१५ ४।२२८ ४।२२४ ४/१७३ ४।११६ " " ४|१०१ ४।१६८ ४।२१५ ३।१७१ ४|११२ ४।१२० ४।२४९ ४।१८९

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