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'पत्राचार जैनधर्म एवं संस्कृति सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम' सत्र 2000 में प्रवेश भारत-स्थित उन अध्ययनार्थियों के लिए होगा, जिन्होंने किसी भी विश्वविद्यालय से स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण की हो। इसकी माध्यम भाषा हिन्दी होगी। पाठ्यक्रम का सत्र 1 जनवरी, 2000 से 31 दिसम्बर, 2000 तक रहेगा। निर्धारित आवेदनसत्र जयपुर कार्यालय से मंगवाकर 30.9.99 तक भेजें।
-डॉ० कमचन्द सोगाणी ** श्री गोम्मटेश्वर विद्यापीठ प्रशस्ति पुरस्कार 1999 प्राचीन वाङ्मय एवं जैन विद्याओं के मूर्धन्य विद्वान, सागर (मध्यप्रदेश) के अनुपम रत्न डॉ० पं० पन्नालाल जी साहित्याचार्य को उनकी अद्वितीय साहित्य साधना एवं आगम विवेचना के लिए समर्पित कर सम्मानित किया गया। -डी० उपाध्ये, (म०प्र०) ** शान्ति एवं अहिंसक उपक्रम पर चतुर्थ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन, नई दिल्ली में
आगामी 10 से 14 नवम्बर, 1999 को नई दिल्ली में आयोज्य शांति एवं अहिंसक उपक्रम पर चतुर्थ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए विश्व के 30 देशों के लगभग एक सौ विद्वानों ने अपनी सहमति/आवेदन प्रेषित किए हैं। सम्मेलन की विषय वस्तु है : 'अहिंसा, शान्ति-स्थापना, कलह का नियन्त्रण एवं प्रबन्धन ।
-महेन्द्र जैन अणुव्रत विश्व भारती **
विशिष्ट जैन प्रतिभा सोलापुर (महाराष्ट्र) निवासी जैनसमाज के यशस्वी विद्वान् स्व० पं० वर्द्धमान पार्श्वनाथ शास्त्री के पौत्र एवं श्री प्रभाचंद शास्त्री के पुत्र श्री महावीर प्रभाचंद शास्त्री ने श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रिय संस्कृत विद्यापीठ (मानित विश्वविद्यालय) नई दिल्ली-110016 के सत्र 1998-99 में 'सिद्धान्तज्योतिष' विषय से त्रिवर्षीय शास्त्री' परीक्षा 82.22% अंकों से उत्तीर्ण कर सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है। इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर आपको हार्दिक बधाई
-सम्पादक ** पद्मश्री बाबूलाल जैन पाटोदी को साहू अशोक जैन स्मृति पुरस्कार
पूज्य आचार्यश्री विद्यानंद जी मुनिराज के सान्निध्य में यहाँ लालकिला के सामने सुभाष मैदान के 'कुन्दकुन्द सभा मण्डप' में आयोजित एक भव्य समारोह में पद्मश्री बाबूलाल जैन पाटोदी को देश, धर्म और समाज की उत्कृष्ट सेवा के लिए प्रथम साहू अशोक जैन स्मृति पुरस्कार' प्रदान किया गया तथा 'श्रावक शिरोमणि' की उपाधि से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार बड़ौत (उ०प्र०) की समाज ने स्वनामधन्य स्व० साहू अशोक जैन जी की पुण्यस्मृति में प्रवर्तित किया है। पुरस्कार में श्री पाटोदी को एक लाख रुपए, शाल व प्रशस्ति पत्र दिए गए। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष एवं राजस्थान के पूर्व राज्यपाल बलिराम भगत समारोह के मुख्य अतिथि थे।
आचार्यश्री ने अपने आशीर्वचन में कहा कि “सम्मान व पुरस्कार व्यक्ति की समर्पण
प्राकृतविद्या जुलाई-सितम्बर '99
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