Book Title: Pooja Sangraha Part 3 Author(s): Buddhisagar Publisher: Adhyatma Gyan Prasarak Mandal View full book textPage 5
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अध्यात्मज्ञानथी भरपूर. भजनसंग्रह भाग १० जेओए सूरीश्वरजीना पहेलाना भजनसंग्रहना भागो वांच्या हशे तेओ तो आ ग्रंथने तरतज संग्रही लेशे. सूरीश्वरना काव्यरसनी धारानुं पान करवानी आ तक गुमावशो नहि. अनेक अध्यात्मज्ञान तथा वैराग्यनी खुमारी प्रगटावनारा तथा मस्त फकीरी दशाना अनुभव करावनारा जूदा जूदा स्वरूपना भजनोनो आ खजानो खरेखर ते तेना रूपनो एक अनोखोज वाचकोने मालुम पडशे. आ मंडळ तरफथी प्रगट थता दरेक ग्रथो एटलाबधा सस्ता होय छे के आq अमूल्य वांचन आटली सस्ती कीमते मळतुं गुमावq ए खरेखर एक अमूल्य तक गुमाववा जेवू थशे. दरेकने सर उपयोगी सुंदर पाकुं बाइन्डींग पृष्ठ २०० किंमत रु.१-०-० पोस्टेज अलग. पत्र सदुपदेश भाग २ गुरुवर्ये पोताना परिचयी तथा भक्तजनो उपर प्रसंगानुसार शुद्धहृदय पूर्वक लखेला पत्रोनो आ बीजो भाग मनोरंजक दळदार संग्रह दरेक मनुष्यने पोतानी जींदगीमा मुक्तिनी प्राप्ति माटे खरेखर "एक मार्गदर्शक भोमीओ थइ पडशे. अधिकारी परत्वे लखायेला तेमना सुंदर विचारो अनुभवना खजानारूप खरेखर छे. एक नकल खरीदी अनुभव करो. सुंदर पाकुं बाइन्डींग सर्वमनुष्यने सरखा उपयोगी अध्यात्मतत्त्वज्ञानमय वाचनथी भरपूर. पृष्ठ ५७५ र रु.१-८-० पोस्टेज अलग. For Private And Personal Use OnlyPage Navigation
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