Book Title: Pooja Sangraha Part 3
Author(s): Buddhisagar
Publisher: Adhyatma Gyan Prasarak Mandal

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Page 9
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir या हतो. जन्मी हात्सर्ग थयो हालतराम मानचंद पेथापुरना जैन शेठ. मनसुखभाइ खल्लुभाइर्नु जीवनवृत्तांत. गुजरात महीकांठा एजन्सीमां साबरमती नदीना तटपर आवेला पेथापुर गाममां संवत् १९३२ ना माह सुदि ५ ने सोमवारे तेमनो जन्म थयो हतो. जन्मथी साधारणस्थितिमा उछरेला हता. नानी वयमां तेमनी मातुश्रीनो देहोत्सर्ग थयो होवाथी तेओ पोतानी बेननी साथे स्वपिताना मोसाळमां संघवी दोलतराम मानचंदने त्यां मेहसाणामां केटलोक समय रह्या हता. तेमनुं बाल्यजीवन मेहसाणामां अने मुंबाइमां पसार थयुं हतुं, तेओए विद्याभ्यास मुंबाइमां कीयो हतो, तेमनामां इंग्रेजी ज्ञान साधारण हतुं. मेहसाणावाळादोलतराम गुजरी जवाथी दोलतराम मानचंदनी पेढीमां तेओ पोताना पिताश्री साथे जोडाया हता. मनसुखलालनु लग्न पेथापुरना रहीश, रतनचंद धुलाखीदासने त्यां तेमनी दीकरी मेनाबाइ साथे संवत् १९५४ नी सालमां थयु हतुं. लग्न पछी बे वर्षना टुंका समयमां तेओना पिताश्रीनो सं. १९५६ ना दुष्काळना समयमा देहोत्सर्ग थवाथी तेमने अत्यंत दुःख लाग्युं हतु. बावीसवर्षनी युवानवयमां माता पिताना सुखथी तेओ वंचित बन्या हता, जेथी गृहसंसारनो तथा पेढीनो वहीवट तेभोना शीरपर आवी पडयो हतो. केटलाक कारणोथी दोलतरामनी पेढीनो वहीवट बंध करी सं. १९५६ ना फागणवदि ३ त्रीजे तेमणे पोताना नामथी पेढीनो वहीवट शरु कर्यो हतो, शरुआतमा तेमने घणाज टुंका नाणांथी वेपार शरु को हतो. पोतानी जात महेनतयी थोडा समयमां दुकाननी प्रतिष्टा सारी रीते वधारी शक्या हता. तेओनी पेढी कोटमां पारसी बजारमा आवेली छे. तेओ चाहना कुशळ वेपारी हता. सं. १९५८ नी सालमां प्लेगना महान् भयंकर व्याधिमां तेमनुं शरीर सपडायुं हतुं, पण देवगुरु अने धर्मना For Private And Personal Use Only

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