Book Title: Pirdan Lalas Granthavali
Author(s): Agarchand Nahta
Publisher: Sadul Rajasthani Research Institute Bikaner

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Page 237
________________ [ ६५ ] सांमळा (५५)-श्यामल, श्रीकृष्ण । | साधुपा (९८)- सज्जन, पुरुपो। सांमहा (६५)-सम्मुख, सामने । साप (८३)-सर्प, काली नाग। सांमही (२८)-सम्मुख । सापियो (७४)-श्राप दिया । सांमि (१६)- स्वामी, श्रीकृष्ण । सामलौ (८२)-श्यामल, श्रीकृष्ण । सांमी (88)-स्वामी। सामि (४४)- स्वामी। सांम्हेई (२२) सायर (४३)-सागर, समुद्र । सांम्ही (३७)-सम्मुख, सामने । सारंगपाणी (८६)सासही (२०) सारगवर (३३)-विष्णु । सा (२)-समान ? सारखा (१५)--समान । साई (१८)-स्वामी। सारद (१)- शारदा, सरस्वती । ‘साच (३२)-सत्य। सारदा (७४)-शारदा, सरस्वती। साचरी (८०) सत्य । सारा (४४)- सव। साचा (२२)-सत्य । साराहियो (८८) सराहना की। साचि (५०)-सत्य । सारिखाँ (५७)-- समान, सदृश । साज (१००)साजा (६२)-पूर्ण। सारिख (७४)-समान । साझरण (१००)—सजा देने के लिए, सारीख (३६, ५७)-समान । मारने के लिए। सारीखै (६३)-समान, सदृश । साथरौ (१२)-ढेर। सारीखौ (४२, ७५)-समान । नोट-यह गन्द सस्तर का अपभ्रश है सारूप (४४)-पाच प्रकार की मुक्तियों जिसका अर्थ शय्या अथवा घास मे एक प्रकार की मुक्ति, फूस फैलाकर बनाया हुआ सारूप्य । विस्तर परन्तु मुहावरा के अर्थ सारौ (१००)--अधिकार, हुकम । मे ढेर है। साल (७६, ९८)-गल्य । साय (५७)-साथ मे। सालले (८६)-गायन किया । साथ (३३)-साथ मे। साळा (88)-स्त्री का भाई । साद (२८, ४८)-पुकार । सालुलै (१६)-वजती है। साध (३५, ४४, ५६) साघु, सज्जन । ' साल (६६)-स्त्री का भाई ।

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