Book Title: Parul Prasun
Author(s): Pratap J Tolia
Publisher: Vardhaman Bharati International Foundation

View full book text
Previous | Next

Page 2
________________ जिनभारती वर्धमान भारती इन्टरनेशनल फाउण्डेशन के महत्त्वपूर्ण प्रकाशन 'प्रियवादिनी' स्व. कु. पारुल टोलिया द्वारा लिखित-संपादित-अनुवादित • दक्षिणापथ की साधनायात्रा (हिन्दी) प्रथमावृत्ति पूर्ण • महावीर दर्शन (हिन्दी) Mahavir Darshan (Eng + Hindi) विदेशों में जैन धर्म प्रभावना (हिन्दी) JainismAbroad • Why Abattoirs - Abolition? (Eng) • Contribution of Jaina Art, Music and Literature to Indian Culture • Musicians of India - I came across: Pt. Ravishankar • Indian Music and Media (Eng) Profiles of Parul (Eng) • पारुल-प्रसून (पुस्तिका तथा सीडी) प्रा. प्रतापकुमार टोलिया द्वारा लिखित-संपादित-अनुवादित • श्री आत्मसिद्धिशास्त्र एवं अपूर्व अवसर - द्विभाषी • सप्तभाषी आत्मसिद्धि - श्रीमद् राजचन्द्रजी कृत - सात भाषाओं में अंग्रेजी-हिन्दी भूमिकासह • पंचभाषी पुष्पमाला • दक्षिणापथ की साधनायात्रा (गुजराती) प्रथमावृत्ति पूर्ण • विदेशों में जैनधर्म प्रभावना (गुजराती) • महासैनिक (म.गाँधीजी एवं श्रीमद्राजचन्द्रजी विषयक) • क्रशरी थीळीष अहळीीर • प्रज्ञाचक्षुका दृष्टिप्रदान-पं.सुखलालजी के संस्मरण (गुज) • स्थितप्रज्ञ के साथ - आचार्य विनोबाजी के संस्मरण • गुरुदेव के साथ - गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर के विषय में • प्रकटी भूमिदान की गंगा - विश्वमानव (रेडियो रूपक) • जन मुर्दे भी जागते हैं ! - पुरस्कृत, अभिनीत हिन्दी नाटक संतशिष्य की जीवन सरिता • कर्नाटक के साहित्य को जैन प्रदान Jain contribution to Kannada Literature & Culture Meditation and Jainism • Speeches and talks in USA and UK Bhakti Movement in North • Saints of Gujarat • Jainism in present age • My mystic Master Y. Y. Shri Sahajanandaghanji • Holy Mother of Hampi • साधनायात्रा कासंधानपंथ (दक्षिणापथ -२) (अनुसंधान - अंतर्दृष्ठ - ३ पर)

Loading...

Page Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 ... 36