Book Title: Panchsangraha Part 10
Author(s): Chandrashi Mahattar, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Raghunath Jain Shodh Sansthan Jodhpur
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परिशिष्ट ६ :
गुणस्थानों में नामकर्म के बंधस्थानों का प्रारूप
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गुणस्थानबंधस्थान
बंधक जीव
गतिप्रायोग्य
मिथ्यात्व
२३ प्र.
नियंच, मनुष्य
एकेन्द्रियप्रायोग्य
२५, २६
नारको के अतिरिक्त सभी
२५ प्र.
तिर्यच, मनुष्य
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तिर्यंच, मनुष्य प्रायोग्य देव, नारक प्रायोग्य
२८ ,
"
२६, ३०
प्र.
चातुर्गतिक जीव
तिर्यंच, मनुष्य प्रायोग्य
सासादन
तिर्यंच, मनुष्य
देव प्रायोग्य
२६ प्र.
देव, नारक
तिर्यंच, मनुष्य प्रायोग्य
तिर्यच प्रायोग्य
"
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पंचसंग्रह : १०