Book Title: Panchsangraha Part 10
Author(s): Chandrashi Mahattar, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Raghunath Jain Shodh Sansthan Jodhpur
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४५८
(क्रमश:)
मार्गणा भेदों में वेदनीयकर्म के संवेध का प्रारूप
संवेधगत प्रकृति
मार्गणा
असाता का बंध
असाता का उदय दोनों की सत्त
असाता का बंध
क्रम
साता का उदय
दोनों की सत्ता साता का बंध
असाता का उदय
दोनों की सत्ता
साता का बंध
साता का उदय
दोनों की सत्ता अबंध
असाता का उदय
दोनों की सत्ता अबंध
साता का उदय
दोनों की सत्ता अबंध
असाता का उदय असाता की सत्ता
अबध
प्रत्येक मार्गणा में कुल संवेध
साता का उदय साता की सत्ता
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श्र. अ.
३२
१
१
१
४
विभंग
३३
१
०
४
सा. चा.
३४
१
१
०
०
४
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छेदो. चा.
३५
C
C
०
पंचसंग्रह : १०
४
परि चा.
३६
ढ सूक्ष्म. चा.
३७
१
०
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