Book Title: Nrutyadhyaya
Author(s): Ashokmalla
Publisher: Samvartika Prakashan

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Page 499
________________ शब्द उपार उर उरः पाश्वर्धमण्डल उरभ्रसम्वाघ उरःस्थ वर्तना उरुद्वय उरुद्वृत्ता उरोंकण उरोमण्डल उरोमण्डल उल्लाल उल्लास उल्लासित उल्लोकित उल्वण उरुताडित उरुणी ऊ ऊरुद्वृत्त ऊर्णमाभ ऊर्ध्व ऊर्ध्वग ऊर्ध्वजानु ऊर्ध्वजानु ऊर्ध्वमण्डल ऊर्ध्वमुख ऊर्ध्ववर्तना ऊर्ध्वस्थ कलग ६२ पारिभाषिक शब्दानुक्रमणिका संक्षिप्त संकेत शब्द (दे० ला० ) ॠ (ह० क्षे० ) ऋऋज्वी (नृ० ह०) ए (चालन ) ( वर्तना) (ह० क्षे० ) (भू० चा० ) (दे० ला०) (नृ० ह० ) एकपार्श्वगत (करण) एकलाक्रीडित (दे० आ० ) (दे० ला०) ( मु० द० ) (नृ० ह०) (दे० भू० ) (दे० भ० ) एणप्लुत एलकाक्रीडित (अनिल) एलकाक्रीडित एकजानुनत एकपदकुट्टिता ( अ० ह०) ( ह० क्षे० ) एकपाद एकपादलोहडी एकपादाञ्चित ( ह० प्र०) ( आ० चा० ) कक्षवर्तनिका कटि कटिच्छिन्न कटिभ्रान्त (करण) कटिशीर्ष कटिसम कटीरेचक कण्ठरेचक (करण) (नृ० ह० ) ( ह० प्र०) ( वर्तना) ( बाहु) ( उ० क० ) क कपाल चूर्णन कपित्थ कपित्थ वर्तना कपोत कपोल कम्पित कम्पित संक्षिप्त संकेत (रसना) (दे० स्था० ) ( मु० चा० ) (दे० स्था० ) ( उ० क० ) ( उ० क० ) (दे० स्था० ) (भू० मं० ) ( उ० क० ) (भू० चा० ) (भू० चा० ) ( वर्तना) ( कटि) (करण) (करण) ( ह० क्षे० ) (करण ) ( रेचक ) ( रेचक ) ( उ० क० ) (अ० ह० ) ( वर्तना) (सं० ह० ) ( कपोल) (उरु) (अनिल) ४८७

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