Book Title: Nrutyadhyaya
Author(s): Ashokmalla
Publisher: Samvartika Prakashan
View full book text
________________
पारिभाषिक शब्दानुक्रमणिका
परावृत्त परावृत्त परावृत्ततला परावृत्ता परिग्रह परिच्छिन्न परिवर्तित परिवर्तिता परिवृत्त परिवृत्तरेचित पर्यस्तक पर्यायगजदन्तक पल्लव पल्लववर्तना पश्चात्क्षेपनिकुट्टिता पश्चात्पुरःसरा पाणिरेचक
संक्षिप्त संकेत शब्द (दे० स्था०) पार्श्वक्रान्त (त्र्य० अं०) पार्श्वक्षेपनिकुट्टिता (दे० भू०) पार्श्वग
(जंघा) पार्श्वगत (क० क.) पार्श्वच्छेद (च० अ०) पार्श्वजानन (क० क०) पार्श्वद्वय
(जंघा) पार्श्वद्वयचारी
(करण) पार्वतल (य० अं०) पावनिकुट्टक (च० अं०) पार्श्वमण्डल
(चालन) पार्श्वमुख (न० ह०) पावस्वस्तिक
(वर्तना) पिष्टकुट्टक (मु० चा०) पिष्टनिकुट्ट (मु० चा०) पिहित (पा० रे०) पुट (ता० क०). पुरः
(पाद) पुरःक्षेपनिकुट्टिता (पा० त०) पुरःक्षेपा (पा० रे०) पुर: पश्चात्सरा (मु० चा०) पुरस्तलुठिता
(करण) पुराटिका
(पाद) पुरुषस्थानक (दे० स्था०) पुरोदण्डभ्रमाख्य
(दे० भू०) पुष्पपुटवर्तना (दे० स्था०) पुष्पमण्डिका
(पर्व) पुष्पमुख (करण) पूर्ण
संक्षिप्त संकेत (आ० चा०) (म० चा०)
(पाद) (ह० प्र०) (च० अं०)
(करण) (ह० क्षे०) (मु० चा०) (ह० प्र०)
(करण) (नृ० ह०) (ह० प्र०) (च० अं०) (भु० मं०) (भू० मं०) (पलक)
(पुट) (ह० क्षे०) (मु० चा०) (दे० आ०) (मु० चा०) (मु० चा०) (दे० भू०) (पु० स्था०)
(चालन)
(वर्तना) (मा० ला०) (सं० ह.) (उदर)
४९३
पात
पाद पादतल पादरेचक पादस्थितिनिकुट्टिता पादापबिद्धक पाष्णिग पाणिपाश्वंग पाष्णिरेचिता पाणिविद्ध पाव पार्श्वक्रान्त

Page Navigation
1 ... 503 504 505 506 507 508 509 510 511 512 513 514