Book Title: Niyamsara Part 01
Author(s): Kamalchand Sogani, Shakuntala Jain
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

View full book text
Previous | Next

Page 133
________________ संख्यावाची विशेषण आठ एक 47, 72 27, 36 17, 33, 42 चउ चार चउक्क चार चौदह चउदह चउभेय चार प्रकार चार चउव्विह चोत्तिस चार प्रकार की । चौंतीस . छप्पयार छन्भेय छ भेदवाला छ भेदरूप तीन 4, 14 तीसरा 58 12, 31 तिदिय तिवियप्प तुरिय दुविह 59 2, 10, 11, 13 तीन चौथा दो प्रकार का दो प्रकार से दो प्रकार का दो भेदवाला 19 दुवियप्प 14, 16, 20, 31 पंच पाँच (126) नियमसार (खण्ड-1)

Loading...

Page Navigation
1 ... 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146