Book Title: Niyamsara Part 01
Author(s): Kamalchand Sogani, Shakuntala Jain
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 136
________________ अव्यय अर्थ अति अइ अपि अहव इति अव्यय-कोश गा.सं. 21, 22, 24 इसके अतिरिक्त 4 अथवा 31, 59 वाक्यालंकार 2 शब्दस्वरूपद्योतक 10, 25, 34 इसलिए समाप्तिसूचक 14 पादपूरक 29, 64, 68, 70 क्योंकि अतः पादपूरक 9, 15, 60 13, 50 वाक्यार्थद्योतक शब्दस्वरूपद्योतक 22, 23 इस प्रकार इसलिए 21 24 बाद में ही 51, 52, 57, 58 एव एत्तो इससे 16 3 पादपूरक वाक्यालंकार 39 और 21, 30, 63 नियमसार (खण्ड-1) (129)

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