Book Title: Nirgrantha-3
Author(s): M A Dhaky, Jitendra B Shah
Publisher: Shardaben Chimanbhai Educational Research Centre

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Page 381
________________ Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org तपागच्छ - बृहद्पौषालिकशाखा के मुनिजनों की गुरु-परम्परा देवेन्द्रसूरि लघुपौषालिकशाखा रत्नसागरसूरि जगच्चन्द्रसूरि [ तपागच्छ के आदिपुरुष ] बृहदूतपागच्छ -रत्नाकरगच्छ भृगुकच्छीयशाखा प्रारम्भ धर्मशेखरसूरि विजयचन्द्रसूरि (बृहद्पौषालिकशाखा के प्रवर्तक) क्षेमकीर्ति (वि० सं० १३३२ / ई० स० १२७६ में बृहद्कल्पसूत्रवृत्ति के रचनाकार) 1 हेमकलशसूरि T रत्नाकरसूरि ( इनके उपदेश से वि० सं० १३७० में खंभात में शब्दानुशासनवृत्ति की प्रतिलिपि की गयी) रत्नप्रभसूर T मुनिशेखरसूरि 1 धर्मदेवसूरि ज्ञानचन्द्रसूरि अभयसिंहसूरि जयतिलकसूरि ( रचनाकार) रत्नसिंहसूरि बृहद्तपागच्छ मुख्यशाखा जयशेखरसूरि जिनरत्नसूरि 1 माणिक्यसूरि ३३६ शिवप्रसाद Nirgrantha

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