Book Title: Nandi Aadi Sootra Gaathaadi Akaaraadi Kram
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 6
________________ आगम संबंधी साहित्य नन्दी-आदि-सप्तसूत्राणि-गाथा-अकारादि [अ - कार] मुनि दीपरत्नसागरेण पुन: संकलिता नन्दी-आदि गाथा-अकारादिः (आगम-संबंधी-साहित्य) प्रत सूत्राक यहा सत्रादीनां देखीए १५२ उयोगवायणि (५४ दीप क्रमांक के लिए देखीए AAAAAACK नन्यादिसप्तसूच्या अकारादिक्रमः लध्वी बृहती च अङ्कसूचा लघुवृहद्विषयानुक्रमौ च, तत्र ४/चिहावली. सूत्रादीनां चिढावली ॥ सूत्रम् १ २१ । एतैश्चिकैः सूत्रादीनि शास्त्रक्रमञ्च २ अनुयोगद्वाराणि १४२.५ वशवकालिकसू. ५१५ सूत्रगावा * यः, यथाऽकारादिक्रमे 'आमि१३७३ णियोहियणाण' ३-१ एवमस्ति, ६३+ तथा च तृतीयशास्त्रस्य श्रीमद्रावमूलभाष्यं १४ २१.६ पिण्डनियुक्तिः। ६६७१ श्यकस्य नियुक्तेरियं प्रथमा गाथेति, भाष्यं + ३ आवश्यकसूत्रम् । 2 ३७+ एवं तत्तत्सूत्रभाष्यादिषु ज्ञेयं । य २५७+x ध्यानशतकम् । १ काराकारणकारनकारसंयोगपरक इस्वदीर्घावेशकाविलुप्साळुप्ततादिन सपहाणिः +१ +७१ भेदभागत्र । ८८ ओपनियुक्तिः। २८१२७ उत्तराध्ययनानि। १६४०* 1३२२+ । २१२ ४५+1 १०५ 'सवृत्तिक आगम ५९ १ नन्दीसूत्रम सुत्ताणि ... जहा १ लिखा है वहा 'नंदीसूत्र' आगम समझना, इसी तरह जहा ७ लिखा है वहा 'उत्तराध्ययन' आगम समझना. ... अ-कारादि अनुक्रममे जो सूत्रांक दिये है वे सब सूत्र या गाथा इत्यादि को आगमोद्धारश्री संपादित प्रतमे दिये गये क्रमांक अनुसार समझना ... जहा '' ऐसी निशानी है वहा 'सूत्र-गाथा' समझना, जहा - निशानी है वहा मूलभाष्य समझना इस तरह उपर दिये हुए सब संकेत-चिह्नो . को स्वयम् समझ लेना चाहिए |

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