Book Title: Nammala
Author(s): Dhananjay Mahakavi, Shambhunath Tripathi
Publisher: Bharatiya Gyanpith
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१०८
घनम्जय-नाममाला
पृष्ठ श्लोक
प्रलोक
शब्द अवरज
पृष्ठ ।
:
शन्द अमर्ष अमल अमा अमित्र अमृत अमृतोदभव
७७
RE२६
पृष्ठ श्लोक | शब्द
आत्यन्तिक आदेश आनन अनन्त्य आनन्द
१८२ .
४४ १२२ २५
१५
१७२
अबलग्न अवस बवसान अवगर्ष अवश्याय अविदर अनि अश्लील अश्त्र अष्ट्या
.* -
अपमा
K
अम्बर
१९
११७
आभरण आध आम्नाय आयुध
चम्बु अम्त्रु जानन अम्बुधि अम्भस्
१३७
आर्या
अष्टापद
अयस्
2
१३
असि अशित असुपति
आलम्ध्वमुष आलय आलस्त्र आलो
अरण्य अरण्यानीचर ७ अरम् अरविन्द अराति अरि
१४ . १३२
१४८ ३७
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अमज
१८८ । आलि
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१६८
आधास ८३ । आवृति
आशय
आशा ११०
সাহাগি । आश्चर्य
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अरुण अके
४९
आशु
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अजन
१४३
आसन
११३ १३५
२६
अर्णव अर्णस्
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अर्थ
अर्भक अर्थ मन्
* * * *
अस्तुकार अस्त्र
अहंयु १५० अहन
अहन्लोक्ति ५४ अहि
अहिल | अह्रो
आ आकालिकी आकाश आवत आखण्य आगम आगार आचार्य आजि आजा
आज्य १८६
आतन १४७
आतपत्र १५२
आनाम्र आत्मज आत्मभ ३६
आसन्दी आसन्न आसव आस्थानाधिपनि ५६ आस्पद आस्य आस्वनित
अर्वन
६६
१३३
m
अर्हत आलकानिलय
१११
४८
अलि
२.
१२२ ।
६
७१
अलिप्रभ अलीक अवदात अवद्य अवधि अवनि
३८ ११
२१,२२
इन्दिरा
इन्दीवर ३९ इन्दु ७३ । इन्दुमोलि
३५
६९

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