Book Title: Nammala
Author(s): Dhananjay Mahakavi, Shambhunath Tripathi
Publisher: Bharatiya Gyanpith
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१२२
धनञ्जय-नाममाला
श्लोक
पृष्ट श्लोक
शब्द
श्लोक
२७
शब्द सगोत्र संऋन्दन संगत संग्राम संघ संघात सजाति
सप्ताचिषु सप्ति सभोचित सभ्य
सलिल सवयम् सवर्ण
८७ १४० १४.
११२ ११२ १३६
६६७
सम
१६९
६
१४०
१४३
समज समर समवर्तिन समवायिक
संचर
१४५
४२
२१
संज्ञा
१६५
१६१
सहचरी
१८९ । समवेत १५:७ : समस्त
१८७ १३९ ११८
३४
सवित
(२७ सवित्री सत्यसाचिन् ७० सह सहकारिन् २१ सहकृत्वन्
२० सहसा सहाय सहस्रपात् सहस्राक्ष सहित साकम् सागर साधन साधीयस्
१२९ १८२
ममाज समालम्भ समिति समीगर्भ
१४०
०
१९७
m
संतत सतत सती सत्कृत सत्य सत्यकार सत्रा सदन सदवचिस सदा सदागति सदुचित सदृश सइश सहरु सदमन
.ro
रामीप
tr
समीरण समुदय
११२
v
२६
समुद्र समूह
१९
१३९
साघु
८७
साधुवाद
१५३
साध्वी
१६१
-
१३५ १३६ १३२ १३६
२०
०
सधर्म
१६२
०
सानु सानुमत् सामज साम्प्रतम् । सारमेव मार्द्ध
४१
सम्पराय सम्पक्त सम्फली सम्भृत सम्बन्ध सरणि सरसीरुह सरस्वत् सरस्वती सरित संरूप सरोज
.
सची सनातन सनाभि
०
तर
४६
१२५
४२
hी
१०४
८
सन्तति
साल
२६१ ७२
१०
HR-3
१४८ १२५ १५४
१३६
२० १२८ १२२
माहस साहाय्य
REET
d
सर्प
सर्पिष्
-सन्तमस सन्तान सन्देश सन्धानीत सन्निधि सम्मति सपत्न सपदि
मित
१४१
राघ
१८७
सिद्धान्त
५८
११५
सिन्धु
₹४
४४
सर्वज्ञ सर्वदा सर्वल्लभा
७७
सिन्धर
१७
३६ ! सिंह

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