Book Title: Nammala
Author(s): Dhananjay Mahakavi, Shambhunath Tripathi
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 130
________________ धनञ्जय-नाममाला शब्द पृष्ट पृष्ठ श्लोक पृष्ठ श्लोक वितथ १८५ ___४८ GAM ३३ वित्त विदग्ध विद्यमान विद्युत वित ६५ १२९ वंशारिण वंश्रवण श्वानर वंग व्यतिकर व्यपदेश व्यसन व्याघ्र व्याज व्याध ३८ ૬૮ E. १३८ १८६ विधातृ ८८ श्लोक ! हाद विश्वरूप विश्वस विश्वम्भरा विष विषक्षय ਗਿr विषय विष्किर विष्टा विष्टर विष्णु १२७ विस्मय १३७ विहायस वीचि वीतराग ४६ वीर KG . विधि विधिपूत्र विधु विधुर विमतात्मज विमान्य विपिन विफल १८६ ८४ १३४ वज ना २८ ७८ १६२ व्रतती (अनति) ११ २ ८८ वतिन an विभायम ३ १३९ ११५ १२७ बुक वात व्योमन् २८ ५३ विभु वृकोदर Ad० विनम वृक्ष १८३ जिन ६६ २५ वृत्त १६० शकल १३९ | शकुनि शकुनीश्नर १३८ शकुन्ति शकृत्किरि शक्तिमत् वृत्तान्त वृत्रहने GAR ७२ १६७ १६० ८८ वृक्षा वृषन १८६ बियत वियोग विरंचिन् विरह विरूपाक्ष विरोचन विलम्बित विलेपन विलोचन विवर विवाह ५० ५७ पात्र १८४ १९९ १४४ ११८ वृषभ वृषभध्वज वृषभेश्वर वृषसेन वृषाकपि वहित ७० ११४ १९२ ६९ शवनन्दन ११७ । शंकर १४ शंपा ६६ । शंभु १०५ : शंभूविघ्नकर ४३ १७२ शतक्रतु शतपत्र १३२ । गतमन्यु विशद १४८ शट १७३ vm .XI वेधस् 420 OMGM tuda.. ___ बेला विशाख विशारद 'विशारिन विशाल विशालाक्ष विशिख विश्व धेश्मन शत्रु वेश्या वैजयन्ती वैनतेय वरिन् १७ ४३ सकटी शबरी शब्दभेदिन ८८ १८१ २२ ४४ ७०

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