Book Title: Mulachar ka Samikshatmak Adhyayana
Author(s): Fulchandra Jain Shastri
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 589
________________ ५३८ : मूलाचार का समीक्षात्मक अध्ययन महाभारत-वेदव्यास, गीता प्रेस गोरखपुर । मुण्डकोपनिषद्-गीता प्रेस गोरखपुर । मूलसूत्राणि-सं० मुनिश्री कन्हैया लाल कमल, व्यावर । मूलाचार--आ० वट्टकेर, (प्रथम भाग १-७ अधिकार, आ० वसुनन्दि विरचित आचारवृत्ति सहित), पं० पन्नालाल सोनी न्यायकाव्यतीर्थ तथा पं० गजाधर लाल द्वारा सम्पादित, प्रका० - मणिकचन्द्र दिगम्बर जैन ग्रन्थ माला समिति हीराबाग, गिरगाँव, बम्बई, वि० सं० १९७७. मूलाचार-(द्वितीय भाग ८-१२ अधिकार), वही, वि० सं० १९८०. मूलाचार-आ० वट्टकेर, अनु०-सं०-५० मनोहरलाल शास्त्री, मुनि अनन्त कीर्ति दि० जैन ग्रंथमाला, गिरगाँव, बम्बई, वी० नि० सं० २४४६. मूलाचार-भाग १-२, हिन्दी अनुवाद-आर्यिकारत्न ज्ञानमती जी, भारतीय ज्ञान पीठ, दिल्ली, १९८४-८६. मूलाचार-आ० कुन्दकुन्द ( कृत माना जाने वाला ), अनु० ५० जिनदास पार्श्वनाथ फड़कुले, आ० शान्तिसागर जैन ग्रन्थ प्रका० समिति फलटन, . २४८४. मूलाचार प्रदीप-आ० सकलकीति, अनु० ५० लालाराम शास्त्री चावली, प्रका० आ० विमलसागर संघ, बनारसी प्रेस, जलेसर (एटा) उ० प्र०, वि० सं० २०१८. मोक्ष पंचाशक-पंचाशकादि के अन्तर्गत । मोक्ख (मोक्ष)पाहुड-कुन्दकुन्दाचार्य, मा० दि० जैन ग्रन्थमाला बम्बई, वि० सं० १९७७. मोक्षमार्ग-रतनलाल दोशी, अ० भा० साधुमार्गी जैन संस्कृति संरक्षक संघ, सैलाना, २४८८. मोक्षशास्त्र-अर्थात् तत्वार्थसूत्र सटीक, सं० रामजी माणेकचन्द दोशी, अनु०-६० परमेष्ठीदास जैन, श्री ब्र० दुलीचन्द जैन ग्रन्थ० सोनगढ़ २४९८. यतिक्रिया संग्रह-सं०-७० मैनाबाई जैन, प्रका०-दि० जैन सेनगण मन्दिर, नागपुर, १९८२. यशस्तिलक चम्पू-सोमदेवसूरि, अनु०, सम्पादक पं० सुन्दरलाल शास्त्री। यशस्तिलक चम्पृ का सांस्कृतिक अध्ययन-डॉ० गोकुल चन्द्र जैन, पाश्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, १९६७. .. याज्ञवल्क्य स्मृति-निर्णय सागर प्रेस १९३६. योगशास्त्र-आ० हेमचन्द्र, जैनधर्म प्रसारक सभा, भावनगर, १९२६. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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