Book Title: Mahaveer Vani
Author(s): Bechardas Doshi
Publisher: Bharat Jain Mahamandal

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Page 206
________________ ८१ २६३ महावीर-वाणीके पद्योंकी अक्षरानुक्रमणिका पछका आदिवाक्य पछका अक पद्यका आदिवाक्य पद्यका अंक अचेइ कालो १६० । अभिक्खणं अझत्थ सव्वओ १६ ! अभिभूय २७४ अट्ठ पवयण- २४१ / अरई गण्डं १२३ अणसण- २३६ । अलोल भिक्खू २७७ अणाइकाल अलोलए अक्कुहए २५१ अत्थंगयम्मि अलोलुयं अदसणं चेव अवण्णवायं २५० अधुवं जीवियं अवि पावपरि-- ८२ अन्नायउंछं असासए सरीरम्मि १७३ अप्पणछा असंखयं जीविय अप्पा कत्ता २१२ | अह अहिं ७३ अप्पा चेव २१३ | अह पनरसहि अप्पाणमेव २१६ । अह पंचर्हि अप्पा नई अहीणपंचेन्दियत्तं ११९ अप्पा खलु २२० अहे वयंति १४८ अप्पं च अहि अहिंस सच्चं च अबंभचरियं ३९ । अंगपञ्चंगसंठाणं २४६ २२ ॥ م ७२ ७७

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