Book Title: Mahaveer Vani
Author(s): Bechardas Doshi
Publisher: Bharat Jain Mahamandal

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Page 215
________________ शुद्धिपत्रक १ मूल गाथामें और हिन्दी अनुवादमें कई जगह टाइप बरावर ऊठे नहीं है तथा संख्याके अंक भी वरावर स्पष्ट छपे नहीं है तथा अनुस्वार, अक्षरके ऊपरकी मात्राएंदीर्धकी मात्रा, एकारकी मात्रा वगैरे मात्राएं-स्पष्टतया ऊठी नहीं हैं। व और व में भी छपनेमें संकरसा हो गया है। कई जगह टाइपके वाजुमें और ऊपरमें कुछ धब्बासा भी छप गया है। २ ३ ४ अक्षरके ऊपरके अनुस्वार कई जगह यथास्थान नहीं छपे परंतु खिसकर छपे हैं। ५ . ऐसा शून्य भी स्पष्ट छपा नहीं है। इस प्रकार मुद्रणकी भारी त्रुटिसे वाचकलोग गभराये नहीं परंतु उस तरफ उपेक्षाभाव रखकर ग्रंथको पढें ऐसी मेरी नम्र सूचना हैं।

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