Book Title: Mahaveer Vani
Author(s): Bechardas Doshi
Publisher: Bharat Jain Mahamandal

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Page 209
________________ [ १८२ ] २९८ पयका आदिवाक्य पद्यका अक | पद्यका आदिवाक्य पद्यका अक . जया पुण्णं च २९१ | जहा य किंपाग- १५६ जया मुंडे २९४ जहा लाहो १४७ जया चय जहा सागडियो जया य चयइ जहित्ता पुन्व- २६४ जया लोग | जहेह सीहो १७१ जया लोगे २९९ जाई च वुढि २०९ जया सब्बत्तगं जा जा बच्चा ७,८ . या संवर जायरूवं २५६ जयं चरे जावन्तऽविजा जरा जाव जावन्ति लोए १२ जरा-मरण-- जीवा-ऽजीवा य २२८ जस्संतिए जीवियं चेव जस्सेवमप्पा २१९ । जे आवि अप्पं ३०५ जहा किंपाग-- जे केइ पव्व- १८९ जहा कुम्मे जे केइ बाला १८६ जहा दवग्गी ५१ जे केइ सरीरे १५९ जहा पोम्म २६२ जे गिद्धे १७९ जहा य अंड- १३१ । जे याव- १०० १७५ Im

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