Book Title: Laghu Pooja Sangraha Author(s): Shravak Bhimsinh Manek Publisher: Shravak Bhimsinh Manek View full book textPage 4
________________ ढाल ॥ जो निर्जन, सुख श्रबंदी, पुग्गल संगे जेड़ अफंदी ॥ जे परमेसर निज पद लीन, पूजो प्रणमो जव्य छादीन ॥ कुसुमांजलि मेलो शांति जिणंदा ॥ तो० ॥ कु० ॥ २ ॥ एम कही प्रभुना जानुए पूजा करीए ॥ ॥ गाथा ॥ ॥ निम्मल ना पयासकर, निम्मल गुण संपन्न ॥ निम्मल धम्मोवएस कर, सो परमप्पा धन्न ॥ ३ ॥ Jain Educationa InternatiBeasonal and Private Usev@nly.jainelibrary.orgPage Navigation
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